सुकमा के किस्टाराम में हुए हमले की गूंज अब तक सुनाई दे रही है । 9 जवानों की शहादत के बाद सरकार और फोर्स दोनों ही आक्रामक मूड में हैं । अब फाइनल वार यानि प्रहार-3 की बारी है। ऑपरेशन प्रहार-3 के ज़रिए नक्सलियों से आर-पार की लड़ाई के लिए मोर्चा तैयार हो गया है।डीजी नक्सल डीएम अवस्थी का कहना है, कि किस्टाराम में हुए हमले के बाद भी छत्तीसगढ़ पुलिस के जवानों के हौसले बुलंद हैं और जल्द ही बस्तर में ऑपरेशन प्रहार 3 शुरू किया जाएगा।
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इधर किस्टाराम हादसे की पुलिस जांच में CRPF की लापरवाही भी सामने आई है। बताया जा रहा है, कि पुलिस ने पालोड़ी कैंप के आसपास नक्सलियों की सक्रियता और लगातार रैकी करने की जानकारी सीआरपीएफ IG और 212वीं बटालियन के कमांडर को फरवरी में ही देकर अलर्ट किया था । छत्तीसगढ़ SIB की टीम ने सूचना दी, थी कि 10 नक्सलियों की टीम लगातार पालोड़ी कैंप पर नज़र रख रही है।
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पुलिस जांच में ये बात भी सामने आई है, कि CRPF के जवान एंटी लैंड माइंस व्हीकल का लगातार इस्तेमाल कर रहे थे। इसी वजह से एंटी लैंड माइंस व्हीकल नक्सलियों की निगाह में चढ़ी और मौका देखकर उन्होंने 13 मार्च को हमला किया । ये भी पता चला है कि हादसे के बाद नक्सली शहीद जवानों की चार AK47 ले गए । घटना के बाद 15 मिनट में पहुंची DRG और STF की टीम ने जान जोखिम में डालकर 4 रायफल बचाई ।घटना के बाद नक्सली लगातार फायरिंग भी कर रहे थे।
वेब डेस्क, IBC24