बापू कुटीर में आंगुतकों को 1936 में महात्मा गांधी के भाषण की प्रतियां मिलींं

बापू कुटीर में आंगुतकों को 1936 में महात्मा गांधी के भाषण की प्रतियां मिलींं

बापू कुटीर में आंगुतकों को 1936 में महात्मा गांधी के भाषण की प्रतियां मिलींं
Modified Date: November 29, 2022 / 08:39 pm IST
Published Date: October 2, 2020 11:26 am IST

वर्धा, दो अक्टूबर (भाषा) राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर शुक्रवार को यहां बापू कुटीर में आंगुतकों को महात्मा गांधी द्वारा 84 साल पहले दिये गये भाषण की मुद्रित प्रतियां बांटी गयीं।

बापू कुटीर एक ऐसी छोटी कुटिया है जहां महात्मा गांधी स्वतंत्रता संग्राम के दौरान महाराष्ट्र के वर्धा के सेवाग्राम में रहते थे। अब यह पर्यटकों का आर्कषण केंद्र बन गया है और इस स्थान पर नियमित रूप से गांधीवादी आते रहते हैं।

कोविड-19 महामारी के चलते मार्च के अंतिम सप्ताह से ही बंद इस स्थान को महात्मा गांधी की 151 वीं जयंती के मौके पर आंगुतकों के लिए खोला गया है।

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हर साल सेवाग्राम आश्रम प्रतिष्ठान गांधी जयंती पर विभिन्न कार्यक्रम करता है लेकिन इस बार महामारी के कारण किसी को आमंत्रित नहीं किया गया है और सादा कार्यक्रम रखा गया है।

हालांकि आश्रम प्रबंधन ने शुक्रवार को बापू कुटीर को आंगुतकों के लिए खोलने का निर्णय लिया।

आश्रम के सचिव मुकुंद म्हास्के ने कहा, ‘‘हम बापू कुटीर में एक वक्त में बस पांच व्यक्तियों को इजाजत दे रहे हैं। आंगुतकों को राज्य सरकार के कोविड-19 नियमों का पालन करना होगा।’’

इस साल आश्रम प्रबंधन ने महात्मा गांधी द्वारा सेवाग्राम में पहली बार 30 अप्रैल, 1936 को आने पर दिये गये भाषण की प्रतियां छपवायीं। उन दिनों यह शेगांव नाम से जाना जाता था और बाद में उसका नाम बदलकर सेवाग्राम कर दिया गया।

भाषा राजकुमार नरेश

नरेश


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