कोरबा जिले में अपना पैर जमाने की कोशिश कर रही छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस जोगी को एक बड़ा झटका लगा है यहां वरिष्ठ नेता केदारनाथ अग्रवाल ने अपने हजारों समर्थकों के साथ जोगी कांग्रेस का साथ छोड़ दिया। केदारनाथ अग्रवाल ने पार्टी के जिला स्तर के नेताओं पर मनमानी करने और उपेक्षा का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दिया है यही नहीं इस्तीफा देने वाले नेता का यह भी दावा है कि उसके साथ पंच, सरपंच और जनपद सदस्यों ने भी जोगी कांग्रेस का साथ देने से इंकार कर दिया है। केदारनाथ अग्रवाल के जिला सरपंच संघ के संरक्षक होने के कारण इसे जोगी कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है मगर जोगी कांग्रेस पार्टी के नेता इस बात से इनकार कर रहे हैं। पार्टी के नेताओं का यह भी कहना है कि केदारनाथ अग्रवाल ने पार्टी छोड़ी नहीं बल्कि उनके अनर्गल बयानबाजी के कारण उन्हें निष्कासित किया गया है।
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दरअसल अभी कुछ दिन पूर्व ही भारतीय जनता पार्टी का साथ छोड़ कर केदारनाथ अग्रवाल ने जोगी कांग्रेस का दामन पकड़ा था और एक बड़े कार्यक्रम में अजीत जोगी की उपस्थिति में पार्टी में शामिल हुए थे मगर केदारनाथ अग्रवाल का कहना है कि पार्टी के स्थानीय स्तर के नेता उनकी और उनके कार्यकर्ताओं की अनदेखी कर रहे हैं जिससे पार्टी में रहना संभव नहीं ऐसे में केदारनाथ अग्रवाल ने हजारों कार्यकर्ताओं के साथ मीडिया के सामने पहुंच इस्तीफे की घोषणा की और यह भी कहा कि वह कटघोरा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे फिर पार्टी कोई हो या ना हो वह निर्दलीय भी मैदान में आ सकते हैं। इधर केदारनाथ अग्रवाल जिला सरपंच संघ के संरक्षक के रूप में कार्य करते रहे हैं ऐसे में यह माना जा रहा है कि केदारनाथ अग्रवाल के जोगी कांग्रेस का दामन छोड़ने से कई सरपंच और जनपद सदस्य भी जोगी कांग्रेस से किनारा कर सकते हैं ऐसे में जोगी कांग्रेस को एक बड़ा झटका लग सकता है
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हालांकि पार्टी के जिलाध्यक्ष शिव अग्रवाल का कहना है कि केदारनाथ अग्रवाल पार्टी विरोधी काम कर रहे थे ऐसे में उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित किया गया है यही नहीं हजारों समर्थकों के साथ इस्तीफा देने की बात पर जोगी कांग्रेस के जिलाध्यक्ष का कहना है कि जोगी कांग्रेस को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता बल्कि जोगी कांग्रेस में रहने से केदारनाथ अग्रवाल का ही फायदा था बहरहाल इससे जोगी कांग्रेस को कोई फर्क पड़ता है या नहीं यह तो आने वाला समय बताएगा मगर जिस तरह से पार्टी के कार्यकर्ताओं को शामिल कर मजबूत होने का दावा करती है ऐसे में हजारों समर्थकों के साथ सक्रिय कार्यकर्ता और नेता का इस्तीफा एक बड़ा झटका जरूर हो सकता है।
वेब डेस्क, IBC24