रायपुर। राजधानी के सुंदर नगर ओम सोसायटी में छात्र प्रकाश शर्मा की हत्या की गुत्थी सुलझ गई है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक हत्या में उसका चचेरा भाई और उसके चार साथी शामिल हैं। आरोपी अमृत शर्मा अपने चचेरे भाई के अपहरण का नाटक कर चाचा से करोड़ों रूपए की फिरौती की मांग करना चाहता था। प्रकाश शर्मा को बेहोश करने के चक्कर में उसकी मौत हो गई।
यह भी पढ़ें – लोकायुक्त कार्रवाई में धन कुबेर निकला साढ़े ग्यारह हजार कमाने वाला प्रबंधक
उल्लेखनीय है कि सराईपाली के प्रकाश शर्मा की रविवार को हत्या कर दी गई थी। हत्या के समय प्रकाश के साथ उसके बड़े पिता का बेटा अमृत सो रहा था। घटना का वही एकमात्र प्रत्यक्षदर्शी है। प्रकाश ने पहले फ्लोर पर कमरा किराए पर लिया था। उसके बाजू दो कमरे हैं। एक कमरे में किराएदार है, दूसरा खाली है। प्रकाश की लाश उसी खाली कमरे में मिली। कमरे में ताला लगा था, लेकिन चाबी वहीं छोड़ दी गई थी।
प्रकाश की चार दिन पहले ही परीक्षा खत्म हुई थी। वह घर नहीं गया था। वह आराम करने के लिए रुका हुआ था। उसके साथ में अमृत था। अपने चचेरे भाई की मौत के संबंध में अमृत ने शुरूआत में कहानी बताई थी वह हजम नहीं हो रही थी। उसने बताया था कि हम दोनों भाई सो रहे थे। कमरे का दरवाजा खुला था, कुछ लोग अंदर दाखिल हुए। उन्होंने मुझे और प्रकाश को पकड़ा लिया। उन्होंने मेरे मुंह में कपड़ा ठूंस दिया और मेरे चेहरे पर कपड़ा बांध दिया। उसके बाद उन्होंने मेरे हाथ-पांव बांध दिए। इसलिए मैं किसी का चेहरा नहीं देख सका। सबकुछ बहुत जल्दी हो रहा था, मैं कुछ समझ ही नहीं पा रहा था। हमलावरों ने मेरे भाई प्रकाश के भी हाथ पांव बांध दिए थे और उसके मुंह में भी कपड़ा ठूंस दिया था। इस वजह से हम चीख नहीं सके। प्रकाश को उठाकर वे बाहर ले गए। करीब एक घंटे बाद मैं किसी तरह बंधन खोलकर बाहर आया। मैंने पड़ोसी और मकान मालिक को जगाया और घटना की जानकारी दी।
यह भी पढ़ें – दफ्तर में ठुमके लगाने वाले महिला एवं बाल विकास के 5 कर्मचारी निपटे
पुलिस के कड़ाई बरतने पर उसने अपना गुनाह कबूल लिया। अपहरण का नाटक कर अपने चाचा पैसे की मांग करने वाला था। आरोपी अमृत शर्मा अपने चार साथियो के साथ मिलकर बेहोश करने के लिये उसका मुंह दबाया तो ज्यादा दबाव होने से उसकी मौत हो गई। पुलिस ने आरोपी भाई अमृत शर्मा समेत 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
वेब डेस्क, IBC24