मध्य प्रदेश के 51 जिलों में अब ऑनलाइन ड्राइविंग लाइसेंस तैयार किए जाएंगे. शुरूआती दौर में ऑनलाइन मॉडल को परिवहन विभाग ने इंदौर में लागू किया था. जिसे अब बाकी के जिलों में शुरू करने की तैयारी है.
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दरअसल मध्य प्रदेश में हर साल दस हजार से ज्यादा मौतें रोड एक्सीडेंट से होती है. जिसे कम करने के लिए परिवहन विभाग ने वाहन चलाने वालों के लाइसेंसों पर फोकस किया है। इस सिस्टम के तहत परिवहन विभाग ऑनलाइन ड्राइविंग ट्रैक तैयार करेगा।
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जिसमें लाइसेंस बनवाने वाले को अपना टेस्ट देना होगा। कोई भी व्यक्ति अगर ऑनलाइन टेस्ट में तीन बार फेल हो जाता है तो तो उसे 6 महीने के बाद दोबारा लाइसेंस की प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा. परिवहन आयुक्त के मुताबिक ऑनलाइन मॉडल लागू होने से सड़क हादसों में कमी आएगी.
वेब डेस्क, IBC24