मीसा बंदियों के सम्मान समारोह के बहाने कांग्रेस को घेरने की तैयारी

मीसा बंदियों के सम्मान समारोह के बहाने कांग्रेस को घेरने की तैयारी

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  • Publish Date - June 27, 2017 / 07:41 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:27 PM IST

 

मोदी के राज में अभिव्यक्ति की आजादी को मुद्दा बनाने वाली कांग्रेस को भारतीय जनता पार्टी ने इसी मुद्दे पर घेरने की तैयारी की है. इसकी झलक सोमवार को रायपुर में मीसा बंदियों के सम्मान समारोह में दिखी. जिसमें वक्ताओं ने आपातकाल को लेकर कांग्रेस को कटघरे में खड़ा किया.

2018 और 2019 के चुनावों की तैयारी कर रही बीजेपी आपातकाल को अगला दांव बनाने में जुटी है. रायपुर में लोकतंत्र प्रहरी और लोकतंत्र सेनानी संघ की ओर से मीसा बंदियों के सम्मान कार्यक्रम में इसकी झलक भी दिखी.  सम्मेलन तो हुआ था मीसाबंदियों को सम्मानित करने के लिए. 

लेकिन मुख्य वक्ता प्रभात झा समेत दूसरे नेताओं ने आपातकाल की आड़ लेकर कांग्रेस को आइना दिखाया. वक्ताओं ने स्कूल के पाठ्यक्रम में आपातकाल पर भी पाठ पढ़ाने की वकालत की ताकि पता चल सके कि उस समय क्या हुआ था । कार्यक्रम में मौजूद CM डॉ रमन सिंह ने भी आपातकाल को लेकर कांग्रेस की खिंचाई की तो वहीं खुद आपातकाल में जेल में 19 महीने बिताने वाले राज्यपाल बलरामजी दास टंडन ने लोकतंत्र की अहमितयत समझाई. 

आपको बता दें कि आपातकाल के दौरान जेल जाने वाले मीसा बंदियों को लोकतंत्र सेनानी का नाम देते हुए छत्तीसगढ़ सरकार उन्हें स्वतंत्रता सेनानियों के बराबर पेंशन दे रही है. जाहिर तौर पर आपातकाल के मुद्दे पर पार्टी की ओर से जो सवाल खड़े किए जा रहे हैं उससे इतना तो तय है कि अगले चुनाव में ये मुद्दा कांग्रेस के गले की हड्डी बनेगा ।