राज गिद्ध संरक्षण केंद्र की स्थापना की प्रक्रिया तेज
राज गिद्ध संरक्षण केंद्र की स्थापना की प्रक्रिया तेज
गोरखपुर (उप्र), 25 सितंबर (भाषा) गिद्धों की लुप्तप्राय प्रजाति ‘राज गिद्ध’ के लिए देश का पहला संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र गोरखपुर वन प्रभाग के फरेंदा क्षेत्र स्थित भारी वैसी गांव में बनाया जाएगा।
गोरखपुर के प्रभागीय वन अधिकारी अविनाश कुमार ने शुक्रवार को यहां बताया कि पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के संयुक्त सचिव दीपक कोहली ने राजगीर के संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र की स्थापना के प्रस्ताव को बृहस्पतिवार को मंजूरी दे दी।
कुमार ने बताया कि फरेंदा वन क्षेत्र स्थित भारी वैसी गांव में स्थापित होने जा रहा यह संरक्षण केंद्र राज गिद्ध को समर्पित देश का पहला केंद्र होगा। यह केंद्र हरियाणा के पिंजौर गिद्ध संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र की तर्ज पर बनाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि यह केंद्र पांच हेक्टेयर क्षेत्र में बनाया जाएगा और प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने इसके निर्माण के लिए 82 लाख रुपए पहले ही आवंटित कर दिए हैं। यह परियोजना 15 साल में पूरी तरह बनकर तैयार होगी और इस पर करीब 15 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।
कुमार ने बताया कि प्रयोगशाला, प्रजनन केंद्र, एकांतवास केंद्र तथा डॉक्टरों और स्टाफ कर्मियों के लिए आवासीय परिसर का निर्माण चार साल के अंदर ही पूरा हो जाएगा और बहुत उम्मीद है कि राज गिद्ध के संरक्षण और प्रजनन का कार्य अगले साल से शुरू हो जाएगा।
उन्होंने बताया कि यह केंद्र वन विभाग के नियंत्रण में होगा और बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी और वन्यजीव अनुसंधान संस्थान इसके लिए तकनीकी सहायता मुहैया कराएंगे।
भाषा सं सलीम रंजन
रंजन

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