आदिवासी नेताओं ने चिड़िया घर का नाम बाल ठाकरे के नाम पर रखने पर आपत्ति जताई

आदिवासी नेताओं ने चिड़िया घर का नाम बाल ठाकरे के नाम पर रखने पर आपत्ति जताई

आदिवासी नेताओं ने चिड़िया घर का नाम बाल ठाकरे के नाम पर रखने पर आपत्ति जताई
Modified Date: November 29, 2022 / 07:52 pm IST
Published Date: January 26, 2021 11:07 am IST

नागपुर, 26 जनवरी (भाषा) महाराष्ट्र के नागपुर में एक अंतरराष्ट्रीय प्राणी उद्यान का नाम बदलकर शिवसेना के संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे के नाम पर रखने के विरोध में मंगलवार को विभिन्न आदिवासी संगठनों और कुछ भाजपा नेताओं ने प्रदर्शन किया और चिड़िया घर का नाम परिवर्तित करने की मांग की।

महाराष्ट्र सरकार ने हाल में गोरेवाडा अंतरराष्ट्रीय चिड़िया घर का नाम बदलकर बालासाहेब ठाकरे गोरेवाडा अंतरराष्ट्रीय प्राणी उद्यान कर दिया है।

नागपुर की पूर्व महापौर और राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की सदस्य माया इवनाते, गड़चिरौली से भाजपा विधायक देवराव होली, राज्य के पूर्व जनजाति विकास मंत्री अशोक उईके और अन्य आदिवासी नेताओं ने यहां सिविल लाइंस इलाके में गोंड (आदिवासी समुदाय के) राजा भक्त बुलंद शाह की प्रतिमा पर धरना दिया।

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उनकी मांग है कि प्राणी उद्यान का नाम गोंडवाना गोरेवाडा अंतरराष्ट्रीय प्राणि उद्यान किया जाए।

इवनाते ने दावा किया कि पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पहले आश्वस्त किया था कि प्राणी उद्यान का काम पूरा होने के बाद उसका नाम गोंडवाना गोरेवाडा अंतरराष्ट्रीय प्राणी उद्यान किया जाएगा।

उन्होंने कहा, ‘अगर बालासाहेब ठाकरे जीवित होते, तो वह आदिवासी समुदाय के सम्मान में चिड़िया घर का नाम गोंडवाना रखने का समर्थन करते। हम मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से अनुरोध करते हैं कि वह इसका नामक गोंडवाना गोरेवाडा अंतरराष्ट्रीय प्राणी उद्यान करें।

प्रदर्शनकारियों ने भविष्य में अपना आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है।

इस मुद्दे पर विदर्भ राज्य आंदोलन समिति ने भी कटोल रोड पर प्रदर्शन किया है।

भाषा

नोमान नरेश

नरेश


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