भारत सरकार ने 3 अगस्त को जारी आदेश में छत्तीसगढ़ के दो IPS अफसरों को नौकरी खत्म होने से पहले ही रिटायरमेंट दे दिया गया है. गृह विभाग ने 2000 बैच के IPS एएम जूरी और 2002 बैच के IPS के सी अग्रवाल को पद से हटाने का आदेश जारी कर दिया है । इससे पहले केंद्र सरकार ने आईपीएस राजकुमार देवांगन को भी अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी थी. छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री रामसेवक ने केंद्र सरकार की ओर से की गई इस कार्रवाई को सही ठहराया है.
देश में ये पहला मौका है. जब किसी राज्य के दो सीनियर पुलिस अफसरों को सेवा समाप्ति के पहले ही रिटायर कर दिया गया है. इनमें से एक अफसर एएम जूरी 2000 बैच के हैं जबकि केसी अग्रवाल 2002 बैच के IPS अफसर हैं । हालांकि दोनों अफसरों ने कार्रवाई को एकतरफा बताया है । केसी अग्रवाल ने सवाल उठाया है कि जब उनका रिकार्ड खराब था तो उन्हे राष्ट्रपति अवार्ड कैसे मिला…? उन्होंने कहा कि उनकी गोपनीय चरित्रावली आऊट स्टैण्डिंग थी । अग्रवाल ने अपने खिलाफ किसी भी तरह की जांच से भी इंकार किया है ।
एएम जूरी वर्तमान में AIG योजना प्रबंधन और केसी अग्रवाल DIG दूरसंचार के पद पुलिस मुख्यालय में पदस्थ थे । दोनों अफसर प्रमोटी IPS हैं । इससे पहले केंद्र सरकार ने आईपीएस राजकुमार देवांगन को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी थी । ऐसे में भारत सरकार की ओर से की गई एक और कार्रवाई से प्रदेश के दूसरे दागी अफसरों में खलबली मच गई है.