पानी की किल्लत में लोगों ने लूटा टैंकर, पुलिस के पहरे में बांटा जा रहा पानी

पानी की किल्लत में लोगों ने लूटा टैंकर, पुलिस के पहरे में बांटा जा रहा पानी

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  • Publish Date - June 2, 2018 / 02:16 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:22 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में पानी की इस कदर किल्लत हो गई है कि लोग टैंकर लूटने लगे हैं। लिहाजा लूट रोकने के लिए पानी को पुलिस के पहरे में बांटने की नौबत आ गई है । ऐसी हालत के लिए नगर नगर निगम के बदइंतजामी ही जिम्मेदार है। सिंधिया नगर में दो महीने से बोरिंग खराब है। मजबूरी में लोगों को कई किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ रहा है। लोग परेशान हैं लिहाजा नगर निगम के खिलाफ सड़क पर भी उतरना पड़ रहा है।

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पानी की किल्लत से नगर निगम भी अनजान नहीं है। लेकिन जवाब के नाम पर अधिकारी केवल आंकड़ों की बाजीगरी और अपनी मजबूरी का हवाला दे रहे हैं। पानी के इंतजाम के नाम पर नगर निगम ने पैसा तो पानी की तरह ही बहाया है लेकिन हालत सुधरी नहीं है। कैकेटो और पेहसारी डेम से तिघरा में पानी लाने के नाम पर साढ़े नौ करोड़ रुपए खर्च कर दिए हैं । जुलाई महीने तक बोर और पानी के टैंकरों की सप्लाई के नाम पर 10 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च हो चुकेंगे। 

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पानी कितना कीमती है इसे बताने के लिए ये तस्वीर ही काफी है। ये नजारा है मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले का जहां पानी पुलिस के पहरे में बांटने की नौबत आ गई है। ऐसा इसलिए क्योंकि पानी की किल्लत के चलते लोग टैंकर तक लूट ले रहे हैं। ऐसी हालत के लिए नगर नगर निगम के बदइंतजामी ही जिम्मेदार है। सिंधिया नगर में दो महीने से बोरिंग खराब है। मजबूरी में लोगों को कई किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ रहा है..। लोग परेशान हैं लिहाजा नगर निगम के खिलाफ सड़क पर भी उतरना पड़ रहा है। पानी की किल्लत से नगर निगम भी अनजान नहीं है। लेकिन जवाब के नाम पर केवल आंकड़ों की बाजीगरी और अपनी मजबूरी का हवाला है।

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पानी के इंतजाम के नाम पर नगर निगम ने पैसा तो पानी की तरह ही बहाया है लेकिन हालत सुधरी नहीं है। कैकेटो और पेहसारी डेम से तिघरा में पानी लाने के नाम पर साढ़े नौ करोड़ रुपए खर्च कर दिए हैं । जुलाई महीने तक बोर और पानी के टैंकरों की सप्लाई के नाम पर 10 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च हो चुकेंगे। सवाल उठना लाजिमी है कि 20 करोड रुपए खर्च होने के बावजूद भी तब पानी को पुलिस के पहरे में बेचने की नौबत आखिर क्यों आई। 

 

वेब डेस्क, IBC24