कैंसर का विश्वस्तरीय इलाज अब रायपुर में भी, कैंसर रोगियों के लिए बेहतर विकल्प है NHMMI नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल

कैंसर का विश्वस्तरीय इलाज अब रायपुर में भी, कैंसर रोगियों के लिए बेहतर विकल्प है NHMMI नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल

कैंसर का विश्वस्तरीय इलाज अब रायपुर में भी, कैंसर रोगियों के लिए बेहतर विकल्प है NHMMI नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल
Modified Date: November 29, 2022 / 08:00 pm IST
Published Date: February 3, 2021 2:29 pm IST

रायपुर। राजधानी रायपुर में स्थित NH MMI नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल कैंसर से संबंधित एक विश्वस्तरीय सुविधा प्रदान करने वाला हॉस्पिटल है। यहां उपलब्ध उच्चस्तरीय मेडिकल सुविधाएं और विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने बड़ी संख्या में कैंसर मरीजों का उपचार करके उन्हे स्वस्थ बनाया और राहत प्रदान की है। विश्व कैंसर दिवस के उपलक्ष्य में आज आइए इस रोग से संबंधित तमाम जानकारियों और सावधानियों के विषय में जानते हैं।

भारत में कैंसर के लिए जागरूकता क्यों है जरूरी
भारत में, कैंसर मौत का दूसरा सबसे बड़ा कारण है, इस बीमारी से हर मिनट एक शख्स की मौत हो जती है
• 70% पीड़ितों की मौत कैंसर का पता चलने के एक साल के अंदर हो जती है
• 80% कैंसर के मरीज आखिरी स्टेज में चिकित्सक के पास पहुंचते है
• 71% कैंसर पीड़ितों की मौत 30 से 69 साल की उम्र में हो जाति है
• 15% कैंसर के मरीज बच्चे और युवा हैं, जबकि दुनिया में यह अनुपात सिर्फ 0.55% है

खाने और रहने के तरीके जो कैंसर का खतरा करें कम

 ⁠

बिना स्टार्च वाली सब्जियां
ब्रोकली, पालक, पत्तागोभी, गाजर, गोभी, खीरा और टमाटर खाने से मुंह और गले के कैंसर कम होगा ।
फल भी जरूरी
फल खाने से घटता है फेफड़े, गले और मुंह के कैंसर होने की संभावना घटेगी।
हाई फाइबर फूड
हाई फाइबर फूड जैसे फल, सब्जियां, दाल खानें से आंतों के कैंसर का खतरा घटता है।
कॉफी और लहसून
कॉफी से लीवर और गर्भाशय के कैंसर की और लहसून से आंतों का कैंसर की – संभावना घटती है।
स्तनपान कराना
स्तनपान कराने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम होता है।
पर्याप्त नींद
7-8 घंटों की नींद संक्रमणों और फ्री रेडिकल्स से भी लड़ने में मदद करती है जो कैंसर का एक प्रमुख कारक है।
सुबह की धूप
इससे विटामिन डी मिलता है । कई अनुसंधानों से पता लगता है कि विटामिन डी से ब्रेस्ट, प्रोस्टेट, आंतों के कैंसर समेत कई तरह के कैंसर से बचाव होता है।
10 तरीके जो कैंसर से आपको बचा सकते है।
धूम्रपान को कहें ना
फेफड़ों के कैंसर की सबसे बड़ी वजह है धूम्रपान। इससे गले, मुंह, आंत और खाने की नली के कैंसर का खतरा भी बढ़ता है।
रेड-मीट को ना करें खाने मे शामिल
रेड-मीट और प्रोसेस्ड मीट जैसे मटन और बीफ खाने से बचें। इससे बोवेल (कोलोन) कैंसर का खतरा बढ़ता है।
परिवार में कैंसर के चलन का पता करें
अगर आपके परिवार में किसी को कैंसर था तो यह जेनेटिक हो सकता है। आज ही अपने डॉक्टर से सलाह लें।
हर दिन करें व्यायाम
हर रोज कुछ मिनटों की एक्सरसाइज से न सिर्फ कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है बल्कि इसके इलाज के लिए भी एक्सरसाइज जरूरी है।
शराब सेवन से बचें
शराब की वजह से न सिर्फ लीवर कैंसर बल्कि सिर, गले, ब्रेस्ट, पैंक्रियाज, खाने की नली और आंतों के कैंसर का खतरा बढ़ता है।
अपने वजन का रखें ख्याल
शरीर के वजन का खास ख्याल रखें। मोटापे से ब्रेस्ट और पैन्क्रियाज़ कैंसर जैसे 11 तरह के कैंसर का खतरा बढ़ता है।

NH MMI नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल
न्यू धमतरी रोड , लालपुर रायपुर
कॉल 96699-11911 / www.narayanahealth.org


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com