LIC Increase Stake: LIC ने SBI में लगाई मोटी रकम, 9.49 फीसदी हिस्सेदारी से मचेगी हलचल?

LIC Increase Stake: LIC ने SBI में लगाई मोटी रकम, 9.49 फीसदी हिस्सेदारी से मचेगी हलचल?

LIC Increase Stake: LIC ने SBI में लगाई मोटी रकम, 9.49 फीसदी हिस्सेदारी से मचेगी हलचल?

(LIC Increase Stake, Image Credit: ANI News)

Modified Date: July 21, 2025 / 10:25 pm IST
Published Date: July 21, 2025 10:25 pm IST
HIGHLIGHTS
  • LIC ने SBI में हिस्सेदारी बढ़ाकर 9.49% कर दी।
  • LIC ने कुल 5,000 करोड़ रुपये का निवेश किया।
  • SBI को QIP में चार गुना ज्यादा बोलियां मिलीं।

LIC Increase Stake: भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा दी है। हाल ही में संपन्न हुए SBI के क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) के तहत LIC ने बैंक में 5,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इस निवेश के जरिए LIC ने 817 रुपये प्रति शेयर की दर से 6.1 करोड़ से ज्यादा शेयर खरीदे हैं। इससे SBI में LIC की हिस्सेदारी 9.21% से बढ़कर 9.49% हो गई है।

अब तक का सबसे बड़ा QIP

सोमवार को SBI ने स्टॉक एक्सचेंज को जानकारी दी कि उसने QIP के तहत कुल 30.59 करोड़ शेयर संस्थागत निवेशकों को 817 रुपये के प्राइस बैंड पर अलॉट किए हैं। यह पूंजी जुटाने की प्रक्रिया SBI ने करीब आठ साल बाद शुरू की है और यह अब तक का सबसे बड़ा QIP बन गया है।

QIP को जबरदस्त रिस्पॉन्स

वहीं, इस QIP को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली। बैंक को लगभग 1.10 लाख करोड़ रुपये की बोलियां मिलीं, जो कि प्रस्तावित 25,000 करोड़ रुपये के मुकाबले चार गुना से भी ज्यादा है। निवेशकों में ब्लैकरॉक ग्रुप और लंदन स्थित हेज फंड मार्शल वेस जैसे दिग्गज नाम शामिल रहे। इस ऐतिहासिक QIP में सलाहकारों के तौर पर सिरिल अमरचंद मंगलदास और लिंकलेटर जुड़े रहे। वहीं, बुक रनिंग लीड मैनेजर्स में कोटक महिंद्रा कैपिटल, SBI कैपिटल मार्केट्स, ICICI सिक्योरिटीज, मॉर्गन स्टेनली, HSBC और सिटीग्रुप आदि शामिल थे।

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क्या है QIP?

QIP एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके जरिए लिस्टेड कंपनियां म्यूचुअल फंड, बीमा कंपनियों और विदेशी संस्थागत निवेशकों जैसे योग्य खरीदारों से पूंजी जुटाती हैं। इसमें आम निवेशक भाग नहीं ले सकते। अब सवाल उठता है कि इतने बड़े निवेश के बाद, क्या SBI के शेयरों में तेजी का अगला दौर शुरू होगा?

नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

मैं 2018 से पत्रकारिता में सक्रिय हूँ। हिंदी साहित्य में मास्टर डिग्री के साथ, मैंने सरकारी विभागों में काम करने का भी अनुभव प्राप्त किया है, जिसमें एक साल के लिए कमिश्नर कार्यालय में कार्य शामिल है। पिछले 7 वर्षों से मैं लगातार एंटरटेनमेंट, टेक्नोलॉजी, बिजनेस और करियर बीट में लेखन और रिपोर्टिंग कर रहा हूँ।