#SwarnaSharda2023 : गीतांजलि साहू ने घर से दूर रहकर हासिल किया लक्ष्य, IBC 24 ने दिया स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप

#SwarnaSharda2023 : गीतांजलि साहू ने घर से दूर रहकर हासिल किया लक्ष्य, IBC 24 ने दिया स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप

  •  
  • Publish Date - July 31, 2023 / 07:13 PM IST,
    Updated On - July 31, 2023 / 07:13 PM IST

दंतेवाड़ा । IBC24 Swarna Sharda Scholarship 2023 : आईबीसी 24 समाचार चैनल की ओर से हर साल जिले की टॉपर बेटियों को दी जाने वाली स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप को लेकर कार्यक्रम सोमवार को शाम 4 बजे आयोजित किया गया। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विशेष रूप से शिरकत की। इस वर्ष प्रदेश के 33 जिलों की टॉपर्स बेटियों ने सीजी बोर्ड की बारहवीं की परीक्षा में सर्वाधिक अंक हासिल किए हैं।

घर से दूर रहकर हासिल किया लक्ष्य

कांकेर की रहने वाली गीतांजलि साहू ने दंतेवाड़ा जिले से टॉप कर अपने परिवारजनों का नाम रोशन किया है। गीतांजली के पिता किसान है और मां उप स्वास्थ्य केन्द्र में संविदा में नर्स की नौकरी कर रही है। गीतांजली ने बायो विषय लेकर 87 प्रतिशत अंक हासिल किया। वैसे तो गीतांजली का परिवार कांकेर में रहता है लेकिन गीतांजली ने दंतेवाड़ा के एक निजी गर्ल्स हॉस्टल में रहकर पढ़ाई की और जिले की टॉपर बन गई। गीतांजली की दो बहने और हैं,जिसमे गीतांजली सबसे बड़ी है। गीतांजली डॉक्टर बनना चाहती है जिसके लिए वो नीट की परीक्षा की तैयारी कर रही है। पढ़ाई के साथ ही गीतांजली अपनी मां के साथ किचन में हाथ भी बंटाती है। गीतांजली को डांस करना भी पसंद है।

गीतांजली ने सफलता का श्रेय अपने माता पिता को दिया

गीतांजली ने कक्षा नवमीं से बारहवीं तक की पढ़ाई दंतेवाड़ा में रहकर की वह बताती है कि उसके हॉस्टल में साफ सफाई नहीं रहती थी इसके बावजूद उसने उसी हॉस्टल में रहकर पढ़ाई की और अपना लक्ष्य हासिल किया। जिसके लिए उसने तीन से चार घंटे की सेल्फ स्टडी भी की है। गीतांजली कहती है कि वो दिनभर पढ़ाई नहीं करती थी लेकिन जितना भी पढ़ती थी उस समय पर वो सिर्फ पढ़ाई पर ही ध्यान लगाती थी। उसकी माँ भारती साहू बताती हैं कि गीतांजली ने जिले में टॉप किया इस बात का उन्हे गर्व है। वे चाहती हैं कि उनकी बेटी हमेशा आगे बढ़ती रहे और कामयाबी के नए शिखर पर पहुंचे। गीतांजली के प्राचार्य राकेश मिश्रा ने आईबीसी 24 द्वारा दी जाने वाली स्वर्णशारदा स्कॉलरशिप को लेकर खुशी जताई है उन्होने कहा कि बच्चो में उत्साह रहता है कि अगर वो जिले से टॉप करेंगे तो उन्हे स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप दी जाएगी। गीतांजली ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता और गुरुजनों को दिया