Aditya L-1 Mission
बेंगलुरु: इसी साल भारत ने अंतरिक्ष जगत में एक बदिकाम्याबी हासिल की थी। भारत के चंद्रयान3 ने छान पर सफलतापूर्वक लैंडिंग करते हुए अपना कमा पूरा किया था। इस तरह भारत चाँद के दक्षिण ध्रुव पर किसी तरह का यान भेजने वाला पहला देश बन गया था। लेकिन आज हम बात कर रहे है सूर्य से जुड़े रहस्यों को जानने के लिए भेजे गए आदित्य एल-वन की।
दरसअल आदित्य एल-1 भी अपने लक्ष्य के बेहद करीब जा पहुंचा है या कहे कि अब अपने सफर के आखिरी स्टेज पर है। जल्द ही यह अपने लक्षित पॉइंट तक पहुंच जाएगा। इसकी जानकारी ISRO चीफ एस सोमनाथ ने दी। उन्होंने बताया कि आदित्य सही रास्ते पर है और मुझे लगता है कि यह अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है। इसरो चीफ ने कहा कि संभव है कि सात जनवरी को आदित्य एल1 अपना अंतिम मैनुवर पूरा कर एल1 पॉइंट में दाखिल होगा।
बता दें कि आदित्य एल1 को बीती 2 सितंबर, 2023 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया था। आदित्य एल1 स्पेस यान लगभग 15 लाख किलोमीटर की दूरी तय कर 125 दिनों में सूर्य के पास स्थित लैग्रेजियन पॉइंट तक पहुंचेगा।
आदित्य एल1 लैग्रेजियन पॉइंट से सूर्य की तस्वीरें लेकर पृथ्वी पर भेजेगा। आदित्य एल1 की सहायता से इसरो सूर्य के किनारों पर होने वाली हीटिंग का अध्ययन करेगा और सूरज के किनारों पर उठने वाले तूफानों की गति और उसके तापमान के पैटर्न को समझने का प्रयास किया जाएगा।