बिजली दरों में वृद्धि के प्रस्ताव के खिलाफ आम आदमी पार्टी का धरना प्रदर्शन

बिजली दरों में वृद्धि के प्रस्ताव के खिलाफ आम आदमी पार्टी का धरना प्रदर्शन

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  • Publish Date - January 25, 2023 / 07:30 PM IST,
    Updated On - January 25, 2023 / 07:30 PM IST

लखनऊ, 25 जनवरी (भाषा) आम आदमी पार्टी (आप) ने उत्तर प्रदेश में बिजली दरों में वृद्धि के प्रस्ताव के विरोध में बुधवार को लखनऊ में धरना प्रदर्शन किया और राज्य सरकार पर जनता से वादाखिलाफी का आरोप लगाया।

आपके राज्यसभा सांसद और उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह की अगुवाई में राजधानी के इको गार्डन में धरना प्रदर्शन किया गया।

इस दौरान सिंह ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में आम उपभोक्ताओं को सस्ती और किसानों को मुफ्त बिजली देने का वादा करके सत्ता में आई उत्तर प्रदेश सरकार बिजली के दामों में 18 से 25 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की तैयारियां कर रही है।

उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने बिजली के दामों में वृद्धि की तो आम आदमी पार्टी कड़ा प्रतिरोध करेगी।

सिंह ने कहा, ‘आज धरने के माध्यम से हम योगी सरकार को केवल चेतावनी दे रहे हैं। अगर इन्होंने बिजली के दामों में वृद्धि की तो आम आदमी पार्टी उसकी ईंट से ईंट बजा देगी। अगर मांगे पूरी नहीं हुईं तो पार्टी हर जिले में आंदोलन करेगी।’

गौरतलब है कि बिजली कंपनियों ने उत्तर प्रदेश में बिजली के दामों में 18 से 25 प्रतिशत की वृद्धि करने का प्रस्ताव दिया है। हालांकि, अभी इस पर कोई निर्णय नहीं हुआ है।

सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार की उदय और ट्रूअप योजनाओं के तहत उत्तर प्रदेश के उपभोक्ताओं को 23132 करोड़ रुपये का लाभ दिया जाना था जो नहीं दिया गया।

उन्होंने कहा कि इसे समायोजित करने के लिए बिजली के दाम कम करने के बजाए राज्य की भाजपा सरकार उसकी कीमतें बढ़ाने की तैयारी कर रही है, लेकिन आम आदमी पार्टी इस मंसूबे को कभी पूरा नहीं होने देगी।

उन्होंने कहा कि भाजपा ने वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए जारी अपने घोषणा पत्र में उपभोक्ताओं को सस्ती तथा किसानों को मुफ्त बिजली उपलब्ध कराने की बात की थी, लेकिन चुनाव जीतने के बाद उनके साथ विश्वासघात किया।

सिंह ने कहा कि जनता से किया गया वादा निभाने के लिए नीयत होनी चाहिए जो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के पास है, जिन्होंने बिजली और पानी जैसी मूलभूत आवश्यकताओं को मुफ्त कर दिया है।

भाषा सलीम संतोष

संतोष