सपा और कांग्रेस का इतिहास भगवान राम का विरोध करने का है : योगी आदित्यनाथ

सपा और कांग्रेस का इतिहास भगवान राम का विरोध करने का है : योगी आदित्यनाथ

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  • Publish Date - May 7, 2024 / 12:31 AM IST,
    Updated On - May 7, 2024 / 12:31 AM IST

उन्नाव/हरदोई/शाहजहांपुर (उप्र), छह मई (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को विपक्षी दलों पर निशाना साधा और कांग्रेस तथा विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के घटक दलों को ‘रामद्रोही’ और ‘राष्ट्रद्रोही’ बताया।

अयोध्या में भगवान राम के दर्शन करने पर छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की नेता रहीं राधिका खेड़ा के साथ पार्टी के सदस्यों के कथित दुर्व्यवहार के संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने अपने आधिकारिक आवास पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह घटना दर्शाती है कि रामद्रोह कांग्रेस, सपा और ‘इंडिया’ के घटक दलों के डीएनए में है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘वे रामद्रोही और राष्ट्रद्रोही दोनों हैं। छत्तीसगढ़ भगवान राम से जुड़ा है और कोई भी राम भक्त किसी भी पार्टी का हो सकता है।’’

आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सोमवार को कहा कि इन दोनों ही पार्टियों का इतिहास प्रभु राम का विरोध करने का रहा है।

मुख्यमंत्री ने उन्नाव से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार साक्षी महाराज के पक्ष में आयोजित एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस और सपा का इतिहास प्रभु राम का विरोध करने वाला रहा है। कांग्रेस कहती थी कि प्रभु राम हुए ही नहीं जबकि सपा कहती थी कि अयोध्या में एक भी परिंदा पर नहीं मार सकता है। यह इनका दोहरा चरित्र है। ऐसे में आप सभी को इन पर कभी विश्वास नहीं करना है।’’

आदित्यनाथ ने आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘सपा अपने शासनकाल में आतंकवादियों के मुकदमे वापस ले रही थी। इन लोगों ने अयोध्या, रामपुर में सीआरपीएफ कैंप, काशी में संकटमोचन मंदिर, लखनऊ, अयोध्या और वाराणसी की कचहरी पर हमला करने वाले आतंकियों के मुकदमों को वापस लेने का प्रयास किया था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इस पर न्यायालय ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा था कि आज आप इनके मुकदमे वापस लेने की बात कह रहे हैं और कल इन्हें पद्म पुरस्कार से नवाजेंगे। इसके बाद न्यायालय ने समाजवादी पार्टी को रोका था। सरकार का यह कृत्य खतरनाक व निंदनीय है।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में जहां एक ओर रामलला विराजमान हो गए हैं, वहीं दूसरी ओर बड़े-बड़े माफिया की ‘राम नाम सत्य की यात्रा’ निकल रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया) के घोषणापत्र में अल्पसंख्यकों को खाने-पीने की पूरी स्वतंत्रता देने की बात कही गयी है। यह जनता को नहीं बता रहे हैं कि ऐसा कौन सा खानपान है जो बहुसंख्यक समाज नापसंद करता है।’’

आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘दरअसल, बहुसंख्यक समाज गो माता की पूजा करता है और वह गोकशी को बर्दाश्त नहीं कर सकता है। वहीं अल्पसंख्यक समाज गोमांस पंसद करता है। ऐसे में हम किसी की रुचि के अनुसार खान-पान की स्वतंत्रता कतई नहीं देंगे। इसके लिये चाहे हमें कोई भी कीमत चुकानी पड़े।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवादियों के समर्थकों और राम का अपमान करने वालों को वोट नहीं देना है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कश्मीर में अनुच्छेद 370 समाप्त करके दुनिया को बता दिया कि देश में सशक्त और दृढ़ इच्छा रखने वाली सरकार है।’’

योगी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और ‘इंडिया’ के लोग देशवासियों को न सम्मान दिला सकते हैं और न ही सुरक्षा दे सकते हैं।

हरदोई में, निवर्तमान सांसद एवं भाजपा प्रत्याशी जयप्रकाश रावत के पक्ष में सोमवार को शाहाबाद में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘कांग्रेस ने अपनी प्रवक्ता के खिलाफ इसलिए कार्रवाई कर दी क्योंकि वे रामलला का दर्शन करने गई थीं। कांग्रेसियों की मति मारी गई है जो भगवान का विरोध कर रहे हैं। इनकी दुर्गति तय है।’’

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘देश में एक तरफ भगवान विष्णु के अवतार मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के भक्त हैं तो दूसरी तरफ रामद्रोही हैं। एक तरफ ईश्वरीय सत्ता पर विश्वास करने वाली भाजपा है तो दूसरी तरफ राम का द्रोह करने वाले हैं।’’

उन्होंने जनसभा में मौजूद लोगों से कहा, ‘‘भीषण धूप में गर्मी और लू की परवाह किए बिना आप भाजपा को आशीर्वाद देने आए हैं। आपका उत्साह बता रहा कि आएंगे फिर मोदी ही। पूरे देश में जनता कह रही है कि जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे।’’

विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस और समाजवादी पार्टी सरकार के समय गरीब भूखा मरता था, आज 80 करोड़ लोगों को फ्री में राशन मिल रहा है। इन लोगों ने 65 वर्ष शासन किया पर कुछ कर नहीं पाए।’’

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने शाहजहांपुर में कहा ,‘‘सपा के लोगों ने दो दिन पहले मैनपुरी में राष्ट्र नायक महाराणा प्रताप की मूर्ति पर चढ़ कर उनकी आन-बान-शान के प्रतीक भाला को तोड़ने का प्रयास किया।’’

भाषा जफर सलीम संतोष शोभना

शोभना