अमित शाह रविवार को 60,244 सिपाही पुलिस भर्ती के नियुक्ति प्रमाण पत्र वितरण समारोह में शामिल होंगे

अमित शाह रविवार को 60,244 सिपाही पुलिस भर्ती के नियुक्ति प्रमाण पत्र वितरण समारोह में शामिल होंगे

अमित शाह रविवार को 60,244 सिपाही पुलिस भर्ती के नियुक्ति प्रमाण पत्र वितरण समारोह में शामिल होंगे
Modified Date: June 14, 2025 / 04:27 pm IST
Published Date: June 14, 2025 4:27 pm IST

लखनऊ, 14 जून (भाषा) केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह रविवार को लखनऊ आयेंगे और 60,244 सिपाही पुलिस भर्ती के नियुक्ति प्रमाण पत्र वितरण समारोह में शामिल होंगे। शनिवार को यहां जारी एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गयी।

बयान के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार रविवार को पुलिस विभाग की सबसे बड़ी (60,244) आरक्षी (सिपाही) नागरिक पुलिस सीधी भर्ती का नियुक्ति पत्र वितरित करेगी। इसको लेकर तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। राज्य सरकार द्वारा आयोजित कार्यक्रम में अमित शाह आरक्षी पुलिस नियुक्ति पत्र वितरित करेंगे।

बयान में दावा किया गया है कि योगी सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश के इतिहास में पहली बार पुलिस विभाग में इतने बड़े पैमाने पर आरक्षी सिपाही भर्ती परीक्षा को सकुशल संपन्न कराया गया। इतना ही नहीं सरकार सकुशल भर्ती प्रक्रिया संपन्न कराने के साथ हाईटेक ट्रेनिंग देने के साथ रिकार्ड समय में ‘ज्वाइनिंग’ देकर नया कीर्तिमान रचने जा रही है।

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आरक्षी नागरिक पुलिस सीधी भर्ती-2023 के तहत 48,196 पुरुष और 12,048 महिला अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। यह प्रक्रिया उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा संचालित की गई। इस परीक्षा के लिए कुल 48.17 लाख आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 15.49 लाख महिलाएं थीं। इतने विशाल स्तर पर परीक्षा आयोजित करना शासन और भर्ती बोर्ड दोनों के लिए एक बड़ी चुनौती थी, जिसे अत्याधुनिक तकनीक और सख्त निगरानी से सफलतापूर्वक पूरा किया गया।

बयान के मुताबिक सरकार ने आरक्षी नागरिक पुलिस सीधी भर्ती के अभ्यर्थियों के सिर्फ चयन ही नहीं, बल्कि प्रशिक्षण व्यवस्था को भी दुरुस्त किया है। प्रशिक्षण केंद्रों की क्षमता भी बढ़ाई गई है, जिससे गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण सुनिश्चित हो सके।

उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा आयोजित यह भर्ती न केवल तकनीकी श्रेष्ठता और प्रशासनिक दक्षता का उदाहरण बनी है, बल्कि यह युवाओं के सपनों को साकार करने वाली पहल के रूप में भी याद की जाएगी।

भाषा आनन्द राजकुमार

राजकुमार


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