बहराइच (उप्र) नौ अक्टूबर (भाषा) बहराइच जिला प्रशासन ने गुरुमुखी लिपि में पत्र लिखकर सिखों से संपर्क साधने का प्रयास किया है और लखीमपुर हिंसा के बाद संयम बनाये रखने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया है।
इस हिंसा में इस जिले के दो सिख किसान एवं लखीमपुर खीरी के दो सिख किसान मारे गये थे। बहराइच जिला प्रशासन की इस पहल को सिखों के दुख पर मलहम लगाने के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है।
जिलाधिकारी दिनेश चन्द्र सिंह ने दावा किया कि गुरूमुखी में पत्र पढ़कर प्रभावित परिवारों का दुख भले ही कम न हुआ हो लेकिन उन्होंने प्रशासन के प्रति अपनेपन का एहसास जरूर किया है। बहराइच के सिख किसानों के अलावा यह पत्र को डिजिटल माध्यमों से अन्य जिलों में रह रहे सिखों को भी भेजा गया है।
गुरूमुखी में लिखे गए इस पत्र में कहा गया ‘तीन अक्टूबर की लखीमपुर में घटी घटना की सरकार और सभी नागरिकों ने निंदा की है। सरकार, पुलिस एवं प्रशासन सभी न्याय दिलाने के प्रयास में हैं। जिले और बाहर से आने वाले जनप्रतिनिधि एवं आमजन सांत्वना प्रकट करते हुए कृपया संयम रखें।’
पत्र में लिखा है, ‘सभी सिख भाई-बहनों का धन्यवाद है कि उन्होंने अपने संयम के साथ सरकार एवं प्रशासन का सहयोग किया है जिससे शांति व सुख चैन का वातावरण बना हुआ है।’
बहराइच गुरूद्वारे के मुख्य ग्रंथी ज्ञानी विक्रम सिंह ने कहा , ‘‘जिला प्रशासन का हमारी भाषा में हमसे जुड़ना निश्चित ही अच्छा संदेश है।’’
भाषा सं जफर
राजकुमार
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