2017 से पहले शासन में चलती थी ‘गुंडों, माफियाओं’ की मनमानी, CM योगी ने सभी को सलाखों के पीछे धकेला: PM मोदी

उत्तर प्रदेश में शासन में ‘‘गुंडों और माफियाओं’’ की मनमानी चलती थी, लेकिन अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में चीजें बदल गई हैं और ऐसे तत्व सलाखों के पीछे हैं।

  •  
  • Publish Date - September 14, 2021 / 02:18 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:40 PM IST

अलीगढ़ (उप्र)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में शासन में ‘‘गुंडों और माफियाओं’’ की मनमानी चलती थी, लेकिन अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में चीजें बदल गई हैं और ऐसे तत्व सलाखों के पीछे हैं।

Read More News:  रायपुर में 16 नए डेंगू मरीजों की पुष्टि, 3 दिनों में मेडिकल कॉलेज ने जारी किया रिपोर्ट

अलीगढ़ में मंगलवार को राजा महेन्द्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय की आधारशिला रखने के बाद एक समारोह में मोदी ने कहा, ‘‘ मुझे याद हैं, जब 2017 से पहले गरीबों के उत्थान की हर योजना में यहां बाधा डाली जाती थी। एक-एक योजना लागू करने के लिये दर्जनों बार केंद्र की तरफ से चिट्ठी लिखी जाती थी, लेकिन यहां उस गति से काम नहीं होता था। यह मैं 2017 से पहले की बात कर रहा हूं। उत्तर प्रदेश के लोग भूल नहीं सकते कि पहले यहां किस तरह के घोटाले होते थे। किस तरह राज-काज को भ्रष्टाचारियों के हवाले कर दिया गया था। आज योगी जी की सरकार पूरी ईमानदारी से उत्तर प्रदेश के विकास में जुटी हुई है।’’

Read More News:  मध्यप्रदेश की बेटी नंदनी ने रचा इतिहास, CA परीक्षा में ऑल इंडिया रैंकिंग में हासिल किया पहला रैंक

उन्होंने कहा, ‘‘ एक दौर था जब यहां शासन-प्रशासन गुंडों और माफियाओं की मनमानी से चलता था, लेकिन अब वसूली करने वाले, माफिया राज चलाने वाले सलाखों के पीछे हैं।’’

पूर्ववर्ती सरकारों को कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर कटघरे में खड़ा करते हुये मोदी ने कहा, ‘‘ मैं पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को विशेष तौर पर याद दिलाना चाहता हूं कि इसी क्षेत्र में चार-पांच साल पहले लोग अपने ही घरों में डर कर जीते थे। बहन-बेटियों को घर से निकलने में, स्कूल तथा कॉलेज जाने में डर लगता था। जब तक बेटियां घर वापस न आयें, माता-पिता की सांसे अटकी रहती थीं। जो माहौल था, उसमें कितने ही लोगों को अपने पुश्तैनी घर छोड़ कर जाना पड़ा, पलायन करना पड़ा। आज उत्तर प्रदेश में कोई अपराधी ऐसा करने से पहले कई बार सोचता है। योगी जी की सरकार में गरीब की सुनवाई भी है, गरीब का सम्मान भी है।’’

Read More News: किसानों की समस्याओं और लंबित मांगों को लेकर भाजपा का प्रदेश स्तरीय प्रदर्शन, राज्यपाल को सौपा ज्ञापन

प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के कामकाज की तारीफ करते हुये कहा, ‘‘ ”योगी जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की बदलती कार्यशैली का एक बड़ा प्रमाण हैं, सभी को (कोविड-19 रोधी) टीके मुफ्त में मुहैया कराने का अभियान। उत्तर प्रदेश में अभी तक आठ करोड़ से अधिक टीकों की खुराक दी जा चुकी है। एक दिन में सबसे अधिक टीके लगाने का रिकॉर्ड भी उत्तर प्रदेश के नाम है। वायरस के इस संकट काल में गरीब की चिंता सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। गरीबों को भुखमरी से बचाने के लिये जो काम दुनिया के बड़े-बड़े देश नहीं कर पाये, वह आज भारत कर रहा है, यह हमारा उत्तर प्रदेश कर रहा है।’’

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इससे पहले अलीगढ़ में मंगलवार को राजा महेन्द्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी थी। उन्होंने उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारे के अलीगढ़ नोड और राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय के मॉडलों की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया था। इस मौके पर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित थे।

Read More News:  रामायण पर महाभारत! मामले में क्या होगा विपक्ष का अगला कदम?

 

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) का नाम बदलकर राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर रखने की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पुरानी मांग के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को स्वतंत्रता सेनानी के नाम पर एएमयू के बगल में बनने वाले एक नए विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी।

यह विश्वविद्यालय अलीगढ़ की कोल तहसील के लोढ़ा तथा मूसेपुर करीम जरौली गांव की 92 एकड़ से ज्यादा जमीन में बनाया जाएगा। अलीगढ़ मंडल के 395 महाविद्यालयों को इससे संबंद्ध किया जाएगा। विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन, शैक्षणिक भवन, छात्रावास, आवासीय भवन आदि के लिए 101.41 करोड़ रुपये की लागत के निर्माण कार्यों की स्वीकृति प्रदान की गई है।