पूर्वांचल के विकास का नया प्रवेश द्वार बनेगा गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे, मुख्यमंत्री करेंगे लोकार्पण

पूर्वांचल के विकास का नया प्रवेश द्वार बनेगा गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे, मुख्यमंत्री करेंगे लोकार्पण

पूर्वांचल के विकास का नया प्रवेश द्वार बनेगा गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे, मुख्यमंत्री करेंगे लोकार्पण
Modified Date: June 19, 2025 / 08:18 pm IST
Published Date: June 19, 2025 8:18 pm IST

गोरखपुर (उप्र), 19 जून (भाषा) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का शुक्रवार को लोकार्पण करेंगे। सरकार को उम्मीद है कि यह एक्सप्रेसवे पूर्वांचल के विकास का नया प्रवेश द्वार बनेगा।

राज्य सरकार द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, लोकार्पण समारोह करीब 92 किलोमीटर लंबे लिंक एक्सप्रेसवे के दोनों छोरों आजमगढ़ के सलारपुर और गोरखपुर के भगवानपुर टोलप्लाजा के पास होगा।

बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री आजमगढ़ वाले छोर पर लिंक एक्सप्रेसवे का लोकार्पण और जनसभा को संबोधित करने के बाद एक्सप्रेसवे का भ्रमण करते हुए गोरखपुर वाले छोर पर आएंगे और यहां भी लोकार्पण की औपचारिकता के बाद जनसभा को संबोधित करेंगे।

 ⁠

गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे को पूर्वांचल के विकास के नए प्रवेश द्वार के रूप में देखा जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 91.35 किलोमीटर है। यह गोरखपुर के राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-27 पर जैतपुर के पास से शुरू होकर आजमगढ़ के सलारपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से मिलता है।

चार जिलों गोरखपुर, संतकबीरनगर, अंबेडकरनगर और आजमगढ़ में पड़ने वाला यह एक्सप्रेसवे चार लेन का है और इसे भविष्य में छह लेन तक विस्तारित किया जा सकता।

बयान के मुताबिक, एक्सप्रेसवे की इस परियोजना पर भूमि अधिग्रहण सहित 7283.28 करोड़ रुपये की लागत आई है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण दो चरणों में गोरखपुर के जैतपुर से अंबेडकरनगर के फुलवरिया तक (48.317 किमी) तथा फुलवरिया से आजमगढ़ के सलारपुर तक (43.035 किमी) किया गया है।

बयान के अनुसार, स्थानीय स्तर पर गोरखपुर के दक्षिणांचल (उरूवा, धुरियापार, खजनी, बेलघाट) जाने में स्थानीय लोगों को काफी कम समय लगेगा। अभी गोरखपुर मुख्यालय से उरूवा जाने में एक घंटे का वक्त लगता है मगर लिंक एक्सप्रेसवे यह समय घटाकर सिर्फ 20 से 25 मिनट कर देगा।

गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे गोरखपुर से लखनऊ जाने के लिए भी एक बेहतरीन विकल्प है और इस मार्ग से राजधानी जाने में कम समय लगेगा।

भाषा सलीम नोमान

नोमान


लेखक के बारे में