उत्तर प्रदेश के साथ ‘बहुत घनिष्ठ’ संबंध रहे हैं: पीयूष गोयल

उत्तर प्रदेश के साथ 'बहुत घनिष्ठ' संबंध रहे हैं: पीयूष गोयल

उत्तर प्रदेश के साथ ‘बहुत घनिष्ठ’ संबंध रहे हैं: पीयूष गोयल
Modified Date: December 14, 2025 / 09:21 pm IST
Published Date: December 14, 2025 9:21 pm IST

लखनऊ, 14 दिसंबर (भाषा) केंद्रीय उद्योग और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को कहा कि उत्तर प्रदेश के साथ उनके ‘बहुत करीबी संबंध’ हैं।

गोयल ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी का नाम घोषित करने के बाद लखनऊ में एक सभा में भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की।

उन्होंने कहा “विश्व की सबसे बड़ी पार्टी भारतीय जनता पार्टी के हम सदस्य हैं। दुनिया हैरान है कि जितने व्यवस्थित व लोकतांत्रिक तरीके से सदस्य बनाने व राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने का काम आपसी समन्वय से होता है वह अकल्पनीय है।”

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गोयल ने कहा कि उत्तर प्रदेश के साथ उनका ‘बहुत घनिष्ठ संबंध’ है।

उन्होंने 2017 के विधानसभा चुनावों में भाजपा और उसके सहयोगियों की जीत के बाद योगी आदित्यनाथ को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाए जाने की सूचना देने के क्षणों को याद करते हुए कहा, ‘जब तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने योगी आदित्यनाथ को बताया कि आपको लखनऊ जाना है, उप्र सरकार की कमान संभालनी है। यह मेरे दिल्ली स्थित आवास पर हुआ था। शायद इसीलिए उप्र के साथ मेरा संबंध बहुत घनिष्ठ रहा है।’

उन्होंने लखनऊ को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की ‘कर्मभूमि’ बताते हुए कहा कि लखनऊ सिर्फ एक शहर नहीं है, यह एक विशेष राज्य की राजधानी है, जिसकी ओर पूरा देश देखता है।

गोयल ने कहा, ‘केंद्र में जो भी सरकार बने, उत्तर प्रदेश का उसमें सबसे बड़ा योगदान होता है।

उन्होंने कहा, “हमारे नेताओं डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय तथा अटल बिहारी वाजपेयी ने जिस प्रकार से पार्टी को आगे बढ़ाया, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के मार्गदर्शन में पार्टी का लगातार विस्तार हो रहा है, उसी के बलबूते हम आज इतनी बड़ी संख्या में यहां इकट्ठा हुए हैं।”

गोयल ने वाजपेयी के वक्तव्य को रेखांकित करते हुए कहा कि भाजपा का अध्यक्ष पद अलंकार की वस्तु नहीं है, बल्कि दायित्व है।

उन्होंने कहा कि यह पद “प्रतिष्ठा नहीं, परीक्षा है और सम्मान नहीं, चुनौती है। हम राजनीति को मूल्यों पर आधारित करना चाहते हैं। उन्हीं मूल्यों पर आधारित करके आज देश में कार्य जारी है।”

इस बीच केंद्रीय मंत्री गोयल ने यह भी कहा कि विदेशों में भारतीयों को अब जो सम्मान और इज्जत मिलती है, वह 2014 से पहले कभी ऐसी नहीं थी।

उन्होंने कहा कि 2014 से पहले हर दिन भ्रष्टाचार और बड़े घोटालों की खबरें आती थीं, और उत्तर प्रदेश में कानून और व्यवस्था की स्थिति ‘बहुत खराब’ थी।

उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाकर और भारी बहुमत से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार का गठन सुनिश्चित करके, ‘आप सरकार द्वारा शुरू की गई विकास की लहर के साक्षी और सूत्रधार रहे हैं।’

गोयल ने कहा, “वर्ष 2014 से 2025 तक के सफर के दौरान प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पूरे देश की सोच और काम करने के तरीके में व्यापक परिवर्तन हुआ है। अंतरराष्ट्रीय पटल पर भारत की पहचान भी बदली। आज हम जहां भी भारतीय पासपोर्ट लेकर जाते हैं, विदेशों में एक भारतीय के रूप में जो सम्मान और आदर मिलता है, वह 2014 से पहले कभी नहीं था।”

उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह से मोदी सरकार ने सुशासन को अपना केंद्रबिंदु बनाया है, एक विकासशील देश को विकास से जोड़ा है, ‘अंत्योदय’ की भावना को सही मायने में घर-घर तक पहुंचाया है और 2014 के बाद लोगों के जीवन को बदला है, वह देश और दुनिया के लिए एक ‘मिसाल’ है।

केंद्रीय मंत्री ने सरकार की उपलब्धियों को भी गिनाया और कहा कि सरकार ने 11 वर्षों में रिकॉर्ड 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है।

भाषा आनन्द नोमान

नोमान


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