(संजय कुमार सिन्हा)
सुलतानपुर (उप्र), 19 मई (भाषा) गांधी परिवार के गढ़ कहे जाने वाले अमेठी और रायबरेली के पड़ोसी क्षेत्र सुलतानपुर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने रविवार को कहा कि उनका ध्यान स्थानीय मुद्दों पर है और उन्होंने दावा किया कि इस बार वह भारी मतों से जीतेंगी।
हालांकि पूर्व केंद्रीय मंत्री ने भाजपा द्वारा उनके बेटे वरुण गांधी को पीलीभीत से टिकट नहीं दिए जाने पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वरुण जल्द ही सुलतानपुर में उनके लिए प्रचार करेंगे।
‘पीटीआई-भाषा’ को दिए एक साक्षात्कार में आठ बार की सांसद ने कहा कि वह केवल अपने निर्वाचन क्षेत्र की समस्याओं के बारे में चिंतित हैं और रायबरेली से कांग्रेस का सफाया करने के भाजपा के आह्वान पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहतीं।
रायबरेली से गांधी परिवार का सफाया करने के भाजपा के वादे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ”मुझे कोई टिप्पणी नहीं करनी है…मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र और यहां के लोगों की समस्याओं को लेकर चिंतित हूं।’’
अमेठी और रायबरेली इस जिले के नजदीक हैं। राहुल गांधी इस बार जहां रायबरेली से चुनाव लड़ रहे हैं, वहीं गांधी परिवार के करीबी केएल शर्मा को अमेठी में स्मृति ईरानी के खिलाफ चुनाव मैदान में खड़ा किया गया है।
मेनका गांधी ने 2019 में सुलतानपुर से 14,000 मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। उन्होंने कहा ”इस बार मेरी जीत का अंतर ज्यादा होगा।’’
उन्होंने यह भी कहा कि उनके निर्वाचन क्षेत्र के लोग अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनने से खुश हैं लेकिन ‘‘ यहां के चुनावों में यह कोई मुद्दा नहीं है।’
भाजपा नेता का मुकाबला सपा के राम भुआल निषाद से है, जबकि बसपा ने अन्य पिछड़ा वर्ग के नेता उदराज वर्मा को चुनाव मैदान में उतारा है।
यह पूछे जाने पर कि अगर भाजपा दोबारा सरकार बनाती है तो क्या वह मंत्री पद की उम्मीद कर रही हैं, उन्होंने कहा, ‘यह मेरे हाथ में नहीं है। यह प्रधानमंत्री का विशेषाधिकार है।’
सुलतानपुर में छठे चरण में 25 मई को मतदान होगा।
भाषा संजय आनन्द शोभना
शोभना