राजनीतिक दलों ने इंसेफेलाइटिस से मरने वाले बच्चों का ख्याल नहीं रखा : योगी आदित्यनाथ

राजनीतिक दलों ने इंसेफेलाइटिस से मरने वाले बच्चों का ख्याल नहीं रखा : योगी आदित्यनाथ

राजनीतिक दलों ने इंसेफेलाइटिस से मरने वाले बच्चों का ख्याल नहीं रखा : योगी आदित्यनाथ
Modified Date: November 29, 2022 / 07:57 pm IST
Published Date: December 29, 2021 11:39 pm IST

गोरखपुर (उत्तर प्रदेश), 29 दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि राज्य के पूर्वी जिलों में पहले खतरनाक बीमारी इंसेफेलाइटिस से मरने वाले ज्यादातर बच्चे दलित या अल्पसंख्यक थे, लेकिन उन्हें वोट बैंक मानने वाले राजनीतिक दलों ने उनके स्वास्थ्य का ध्यान नहीं रखा।

मुख्यमंत्री ने यहां एक सम्मेलन में कहा, ‘‘पूर्वांचल 1970 से इंसेफेलाइटिस की चपेट में था और इसने बड़ी संख्या में बच्चों की जान ली, जिनमें से ज्यादातर बच्चे दलित या अल्पसंख्यक थे। आजादी के बाद राज्य में सत्ताधारी दलों ने इन वर्गों को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया, लेकिन उनके स्वास्थ्य की परवाह नहीं की।”

गोरखपुर और पूर्वी उत्तर प्रदेश में अपने कार्यकाल में आए बदलाव और विकास की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र की मजबूती इससे समझी जा सकती है कि आज गोरखपुर में चार विश्वविद्यालय हैं। इसी तरह स्वास्थ्य क्षेत्र का भी कायाकल्प हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘एक वक्त था जब पूरे उत्तर प्रदेश में चिकित्सा के बड़े केंद्र के रूप में एकमात्र बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर था। आज यहां एम्स खुल गया है।’’

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उन्होंने कहा कि देवरिया, सिद्धार्थनगर और बस्ती में मेडिकल कॉलेज संचालित हो रहे हैं और कुशीनगर में मेडिकल कॉलेज का निर्माण चल रहा है। बीआरडी मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक बना है। साथ ही वेक्टर बॉर्न डिजीज (मच्छड़ों के काटने से होने वाली बीमारियां) की जांच व अनुसंधान के लिए रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर की स्थापना भी हुई है।

उन्होंने कहा कि गोरखपुर में 1990 से बंद पड़ा खाद कारखाना नए स्वरूप में खोला गया है, पूर्व की सरकारों द्वारा बेच या बंद कर दी गईं चीनी मिलों को भी खोला जा रहा है। पिपराइच व मुंडेरवा की चीनी मिलें इसका प्रमाण हैं।

परिवहन क्षेत्र में हुए विकास के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे अर्थव्यवस्था की रीढ़ बनने जा रही है। एक्सप्रेस-वे के अंतर्गत आने वाले अलग-अलग जनपदों में औद्योगिक क्लस्टर भी बनाए जा रहे हैं। एयर कनेक्टिविटी भी लगातार मजबूत हुई है और गोरखपुर से कई बड़े शहरों के लिए 14 उड़ानें उपलब्ध हैं। वहीं यहां से बमुश्किल 60 किलोमीटर दूर कुशीनगर में अक्टूबर माह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन किया। इसके अलावा आजमगढ़ और श्रावस्ती में भी हवाई अड्डे बन रहे हैं अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर काम चल रहा है।

भाषा सं जफर अर्पणा

अर्पणा


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