Swami Prasad’s reaction changed: कुछ दिन पहले तक सपा के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य जिस रामचरितमानस की बुराइयां करते थकते नहीं थे, जिन्होंने विरोध में उसकी प्रतियां भी जलाई थी, एफआईआर होते ही उसी स्वामी प्रसाद मौर्य के सुर पूरी तरह बदल गए। मीडिया से हुई बातचीत में मौर्य ने साफतौर पर कहा की वह सभी धर्मो का सम्मान करते हैं। जहाँ तक रामचरिमानस का सवाल है, उन्हें इससे कोई मतलब नहीं हैं।
Swami Prasad’s reaction changed: मीडिया द्वारा रामचरितमानस की प्रतियां जलाने पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने प्रश्न किया गया तो उन्होंने कहा, रामचरितमानस की कोई प्रति नहीं जलाई गई। कुछ लड़कों ने दफ्ती पर लिखकर के धर्म के नाम पर गाली नहीं सहेगे ये जला दिया। सम्मान की बात करना, किसी आपत्तिजनक शब्दों को बैन करना या बाहर निकला या संशोधन की मांग करना कानूनी तौर से अपराध नहीं है।
Swami Prasad’s reaction changed: दरअसल कानपुर में मीडिया से बात करते हुए स्वामी प्रसाद ने इस पूरे मामले पर रिएक्शन दिया है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि, मैं सभी धर्मों का सम्मान करता हूं। रामचरितमानस से भी हमारा कोई मतलब नहीं है। कुछ चौपाई के वो अंश जिसे इस देश के शूद्र समाज में आने वाली जातियों को ‘जातिसूचक’ शब्दों का प्रयोग किया गया। शूद्र, महिलाओं को मारने पीटने प्रताड़ित किए जाने का पात्र बताया गया। शूद्र कितना भी विद्धान, पढ़ा लिखा और कितना बड़ा ज्ञाता क्यों न हो। उसका सम्मान नहीं करना चाहिए। ये कहा का न्याय है।
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Swami Prasad’s reaction changed: बता दे की लखनऊ पुलिस ने रामचरितमानस की प्रतियां जलाने के मामले में स्वामी प्रसाद मौर्य समेत 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। इसके अलावा पुलिस ने मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार जेल भेज दिया था। इसी बीच अब रामचरितमानस विवाद पर एफआईआर दर्ज होने के बाद सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की हेकड़ी निकलते हुए दिखाई दे रही है। अब इस विवाद के तूल पकड़ने के बाद उनकी सुर बदलते हुए दिखाई दे रहे है।
कानपुर में स्वामी प्रसाद मौर्य, मैं सभी धर्मों का सम्मान करता हूं। रामचरितमानस से भी हमारा कोई मतलब नहीं है। कुछ चौपाई के अंश जिनमें कुछ जातियों को 'जातिसूचक' शब्दों का प्रयोग किया गया। #Kanpur #SwamiPrasadMourya @NBTLucknow pic.twitter.com/Fem8JygwtZ
— Praveen Mohta (@MohtaPraveenn) January 31, 2023