नफरत की राजनीति कर लोगों को बांटने की कोशिश की जा रही है : आईएमसी प्रमुख

नफरत की राजनीति कर लोगों को बांटने की कोशिश की जा रही है : आईएमसी प्रमुख

  •  
  • Publish Date - May 18, 2022 / 02:32 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:52 PM IST

बरेली (उप्र), 18 मई (भाषा) इत्तेहाद-ए-मिल्लत परिषद (आईएमसी) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खान ने आरोप लगाया है कि नफरत की राजनीति कर लोगों को बांटने की कोशिश की जा रही है।

प्रसिद्ध आला हजरत दरगाह से जुड़े परिवार के सदस्य मौलाना तौकीर रजा खान ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा, ‘‘जितना नुकसान पाकिस्तान बनने पर हिंदुस्तान का नहीं हुआ उससे ज्यादा नुकसान अब देश का हो रहा है। नफरत की राजनीति करके बांटने की कोशिश की जा रही है।’’

इत्तेहाद-ए-मिल्लत परिषद उत्तर प्रदेश में वर्ष 2001 में स्थापित एक क्षेत्रीय पार्टी है। खान सुन्नी मुसलमानों के बरेलवी संप्रदाय के एक धार्मिक नेता हैं।

वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद पर बोलते हुए उन्होंने कहा, ‘‘अब किसी भी मस्जिद में अगर जबरदस्ती की गई तो इसका खामियाजा सरकार को भुगतना होगा।’’ उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी का सर्वे बंद कमरों के लिए होना था, खुले हौज के लिए नहीं।

खान ने कहा कि यह संविधान का उल्लंघन है। उन्होंने दावा किया कि हौज में खड़े फव्वारे को शिवलिंग बताकर हिंदू मजहब का मजाक उड़ाया जा रहा है और इसके खिलाफ हिंदू भाइयों को खड़ा होना पड़ेगा।

काशी विश्वनाथ मंदिर-ज्ञानवापी मस्जिद मामले को लेकर जारी विवाद देश के सर्वोच्च न्यायालय तक पहुंच गया है। इसके पहले दावा किया गया था कि जिले की एक अदालत के आदेश पर कराए गए वीडियोग्राफी सर्वेक्षण के दौरान एक ‘शिवलिंग’ पाया गया था।

शीर्ष अदालत ने मंगलवार को वाराणसी के जिला मजिस्ट्रेट को परिसर के अंदर के उस क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया जहां ‘शिवलिंग’ पाये जाने की बात कही जा रही है। शीर्ष अदालत ने मुसलमानों को मस्जिद में ‘नमाज’ की भी अनुमति दे दी थी।

भाषा सं जफर

मनीषा संतोष

संतोष