40 Russian planes shot down before they died! Ukrainian military's 'Ghost of Kyiv' dies

मरने से पहले ही मार गिराए 40 रूसी विमान! यूक्रेनी सेना के ‘घोस्ट ऑफ कीव’ का निधन

Ghost of Kyiv died in Ukraine war: 'घोस्ट ऑफ कीव' या 'कीव के भूत' के नाम से चर्चित पायलट ने जंग के पहले ही दिन रूस के 10 लड़ाकू विमान मार गिराए थे, द टाइम्स के मुताबिक, पायलट का नाम मेजर स्टीफन ताराबल्का था, 13 मार्च को वह मिग-29 लेकर रूसी विमानों को मार गिराने निकले थे। 40 Russian planes shot down before they died! Ukrainian military's 'Ghost of Kyiv' dies

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:21 PM IST, Published Date : May 1, 2022/5:05 pm IST

कीव। Ghost of Kyiv died in Ukraine war: रूसी सेना के दांत खट्टे करने वाले ‘घोस्ट ऑफ कीव’ (Ghost of Kyiv) के नाम से मशहूर पायलट की मौत हो गई है, दावा किया जा रहा कि इस यूक्रेनी पायलट ने जंग में अब तक 40 से अधिक रूसी विमानों को मार गिराया है। ब्रिटेन के मीडिया पोर्टल द टाइम्स ऑफ लंदन ने उसकी पहचान का खुलासा करने का दावा किया है, पोर्टल के मुताबिक, पायलट का नाम मेजर स्टीफन ताराबल्का था।

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घोस्ट ऑफ कीव या कीव के भूत के नाम से चर्चित इस पायलट ने जंग के पहले ही दिन रूस के 10 लड़ाकू विमानों को ढेर कर दिया था। इसके बाद दुनिया भर में उनकी चर्चा होने लगी थी, 29 साल की उम्र में ही उन्होंने जो कारनामा कर दिखाया, उसके लिए उन्हें यूक्रेन का सर्वोच्च बहादुरी पुरस्कार और हीरो ऑफ यूक्रेन पदवी से मरणोपरांत सम्मानित किया गया है। द टाइम्स के मुताबिक, मेजर स्टीफन पश्चिमी यूक्रेन के एक छोटे से गांव कोरोलिवका में पैदा हुए, उनका परिवार एक कामकाजी परिवार था, स्टीफन को बचपन से ही पायलट बनने का भूत सवार था, बड़े होकर उन्होंने ये मुकाम हासिल भी कर लिया।

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रूस-यूक्रेन जंग में मेजर स्टीफन ने मिग-29 लड़ाकू विमान उड़ाकर दुश्मन को कड़ी चोट पहुंचाई। युद्ध शुरू होते ही उन्होंने रूस की वायुसेना के 10 लड़ाकू विमान तबाह कर दिए, रूस जैसी विशाल फौज को अकेले एक पायलट के हाथों इतना बड़ा झटका लगने से यूक्रेनी सैनिकों का हौसला बुलंदी पर पहुंच गया और उन्हें रूसी सैनिकों को कड़ी टक्कर दी। द टाइम्स के मुताबिक, मेजर स्टीफन 13 मार्च को एक बार फिर मिग-29 लेकर रूसी विमानों को मार गिराने निकले थे, लेकिन उन्हें कई सारे दुश्मनों ने घेर लिया। उनके विमान पर हमला हुआ और लड़ते-लड़ते स्टीफन शहीद हो गए।

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द टाइम्स ने बताया कि मेजर स्टीफन को यूक्रेन का सबसे बड़ा बहादुरी पुरस्कार गोल्डन स्टार से सम्मानित किया गया है, उन्हें हीरो ऑफ यूक्रेन का टाइटल भी दिया गया है। अब उनके हेलमेट और चश्मे को लंदन में नीलामी के लिए रखा जाएगा। स्टीफन के परिवार वालों का कहना है कि उनकी आखिरी फ्लाइट के बारे में यूक्रेनी सेना की तरफ से उन्हें कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है, सिर्फ ये कहा गया कि वह एक मिशन पर थे, और उन्होंने उसे सफलतापूर्वक पूरा किया।