ऑस्ट्रेलियाई मतदाताओं ने चुनी सरकार, अब लेबर पार्टी को उनके चयन को सही साबित करना होगा

ऑस्ट्रेलियाई मतदाताओं ने चुनी सरकार, अब लेबर पार्टी को उनके चयन को सही साबित करना होगा

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  • Publish Date - May 23, 2022 / 12:19 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:37 PM IST

शॉन कार्नी, कुलपति के प्रोफेसरियल फेलो, मोनाश यूनिवर्सिटी मेलबर्न, 23 मई (द कन्वरसेशन) चुनाव एक परीक्षा है – अंतिम परीक्षा, वास्तव में – उन लोगों के लिए जो सांसदों के रूप में सेवा करते हैं और जो सेवा करने की इच्छा रखते हैं। स्कॉट मॉरिसन ने 2022 के अभियान की शुरुआत में काफी बचकाने अंदाज में जोर देकर कहा कि चुनाव लोकप्रियता की प्रतियोगिता नहीं है।

जाहिर है, उनकी बात गलत साबित हुई। प्रत्येक पात्र मतदाता को शामिल करने वाला चुनाव परिभाषा के अनुसार एक लोकप्रियता प्रतियोगिता है।

यह जानना ज्यादा मुश्किल नहीं था कि मॉरिसन दिन को रात बताने के तर्क क्यों दे रहे थे। महामारी की शुरुआत में उनकी लोकप्रियता इतनी बढ़ गई थी, जितनी पहले कभी नहीं थी और फिर अपनी अलोकप्रियता के बढ़ते स्तर को कम करने की कोशिश में वह ऐसी बातें कर रहे थे।

अंततः, अभियान के अंतिम दिनों में, जब उन्होंने देखा कि उनका लुईस कैरोल अंदाज लोगों के लिबरल्स की तरफ बढ़ते रूझान को कम नहीं कर पा रहा है तो, उन्होंने खुद को पूरी तरह बदलने का संकल्प लिया।

जैसा कि हम चुनाव परिणाम से जानते हैं, मॉरिसन का यह पैंतरा भी काम नहीं आया। लेकिन लोकतांत्रिक प्रक्रिया को फिर से परिभाषित करने और खुद को एक नया इनसान बनाने के प्रयासों के बीच, उन्होंने एक टिप्पणी की जिसमें सच्चाई का एक तत्व था: उन्होंने कहा कि यह चुनाव उनके बारे में नहीं था, यह ‘‘आप’’ के बारे में था। यहां ‘‘आप’’ से उनका मतलब, प्रत्येक मतदाता था।

यह चुनाव और इसके विखंडित और संभवतः क्रांतिकारी परिणाम निश्चित रूप से ऑस्ट्रेलियाई मतदाताओं से जुड़े होंगे। उनका परीक्षण होने वाला है। आखिरकार, अपने वोट के जरिए उन्होंने सामूहिक रूप से इस स्थिति का निर्माण किया है – प्रमुख दलों के लिए ऐतिहासिक रूप से कम समर्थन, दोनों पक्षों को एक मजबूत कामकाजी बहुमत से इनकार, निचले सदन में एक विस्तारित क्रॉसबेंच।

यहां जटिलताएं हैं। यह तर्क दिया जा सकता है कि उम्मीदवार और उनकी पार्टियां और सहायता समूह – दाता, स्वयंसेवक और मीडिया कंपनियां – भी मतदाताओं के साथ प्रत्येक चुनाव परिणाम की इबारत लिखते हैं। राजनीतिक खिलाड़ियों और मतदाताओं के बीच का संवाद भी चुनाव परिणाम को आकार देता है।

लेकिन अब जब वोट आ चुके हैं और गिनती को अंतिम रूप दिया जा रहा है, तो मतदाता परिणाम के लिए जिम्मेदारी लेने को बाध्य हैं। मैं एक मतदाता हूं, इसलिए मैं इस तरह से सवाल उठाऊंगा: क्या हमारे लिए ऐसा करना ठीक है?

यह एक वाजिब सवाल है, क्योंकि अगर यह चुनाव परिणाम अल्पसंख्यक सरकार के बजाय एक कमजोर बहुमत वाली लेबर सरकार का निर्माण करता है, जो शनिवार की रात को मतगणना की समाप्ति पर लगता है, नया प्रशासन लगभग 33% के लेबर प्राथमिक वोट के साथ बनेगा।

लेकिन ऐसे लिबरल और नेशनल सांसदों और मीडिया कमेंटेटरों, विशेष रूप से न्यूज कॉर्पोरेशन के लिए काम करने वालों, की कमी नहीं है, जो पहले दिन से यह तर्क देंगे कि अल्बानी सरकार हर लिहाज से नाजायज और बिना जनादेश के है।

यह आलोचना इस बात की परवाह किए बिना होगी कि क्या लेबर अपने बल पर प्रतिनिधि सभा में बहुमत प्राप्त कर लेती है या पर्याप्त क्रॉसबेंचरों की मौन स्वीकृति के साथ अल्पसंख्यक रहकर काम करती है।

द कन्वरसेशन एकता एकता

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