चीन ने क्वाड देशों पर ‘कृत्रिम रूप से तनाव पैदा करने’ का आरोप लगाया

चीन ने क्वाड देशों पर ‘कृत्रिम रूप से तनाव पैदा करने’ का आरोप लगाया

चीन ने क्वाड देशों पर ‘कृत्रिम रूप से तनाव पैदा करने’ का आरोप लगाया
Modified Date: July 29, 2024 / 05:36 pm IST
Published Date: July 29, 2024 5:36 pm IST

(के जे एम वर्मा)

बीजिंग, 29 जुलाई (भाषा) चीन ने सोमवार को अमेरिका और भारत समेत चतुष्पक्षीय सुरक्षा संवाद (क्वाड) समूह के देशों पर एशिया प्रशांत क्षेत्र में अन्य देशों के विकास को ‘‘रोकने’’ के लिए ‘‘कृत्रिम रूप से तनाव पैदा करने’’ और ‘‘टकराव भड़काने’’ का आरोप लगाया।

बीजिंग का यह बयान तब आया है जब कुछ घंटों पहले अमेरिका, जापान, भारत और ऑस्ट्रेलिया वाले क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों ने तोक्यो में एक बैठक में स्वतंत्र एवं खुले हिंद-प्रशांत को लेकर अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता की पुन: पुष्टि की तथा एक ऐसा क्षेत्र बनाने की दिशा में काम करने का संकल्प लिया, जहां कोई भी देश दूसरे देश पर हावी न हो और प्रत्येक राष्ट्र हर प्रकार के दबाव से मुक्त हो।

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चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों के संयुक्त बयान पर उनकी प्रतिक्रिया पूछे जाने पर संवाददाता सम्मेलन में कहा कि क्वाड ‘‘अन्य देशों का विकास रोकने के लिए कृत्रिम रूप से तनाव पैदा कर रहा है और टकराव को भड़का रहा है।’’

लिन ने कहा कि यह एशिया-प्रशांत में शांति एवं विकास और स्थिरता की वैश्विक प्रवृत्ति के खिलाफ है।

चीन को स्पष्ट संदेश देते हुए तोक्यो में हुई बैठक में ‘क्वाड’ देशों के विदेश मंत्रियों ने स्वतंत्र एवं नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बनाए रखने और राष्ट्रों की स्वतंत्रता, मानवाधिकारों, लोकतांत्रिक मूल्यों, संप्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता के सिद्धांतों का सम्मान करने का भी आह्वान किया।

बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, जापान की विदेश मंत्री योको कामिकावा और ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग ने हिस्सा लिया।

चारों विदेश मंत्रियों ने चीन का सीधे तौर पर नाम लिए बिना पूर्वी और दक्षिण चीन सागर में स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त की और किसी भी ‘‘ऐसी एकतरफा कार्रवाई’’ के प्रति ‘क्वाड’ के कड़े विरोध को दोहराया ‘‘जिसके जरिए बल या दबाव से यथास्थिति को बदलने की कोशिश की जाती है।’’

लिन ने कहा कि चीन का मानना ​​है कि देशों के बीच सहयोग और क्षेत्रीय पहल आपसी विश्वास और सहयोग को नुकसान पहुंचाने वाले छोटे गठजोड़ बनाने के बजाय क्षेत्रीय विकास, स्थिरता और समृद्धि के लिए अनुकूल है।

उन्होंने कहा कि चीन अपनी संप्रभुता और समुद्री हितों की रक्षा करता है और बातचीत व परामर्श के माध्यम से समुद्री मुद्दे को हल करने के लिए प्रतिबद्ध है।

अमेरिका के स्पष्ट संदर्भ में, लिन ने कहा कि कुछ देश मतभेद पैदा करने, संघर्ष पैदा करने और छोटे गठजोड़ बनाने के लिए अपने सैन्य जहाज भेजते हैं। यह क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए सबसे बड़ा ख़तरा बन गया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘वे अपने हितों की रक्षा का दावा करते हैं लेकिन अपने कानून दूसरों पर थोपते हैं।’’

लिन ने कहा कि क्वाड देशों को संघर्षों को भड़काने और आग में धी डालने के बजाय स्थिरता बनायी रखनी चाहिए।

भाषा

गोला रंजन

रंजन


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