गर्भपात पर प्रतिबंध का फैसला: पुलिस ने एरिजोना कैपिटल में प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे

गर्भपात पर प्रतिबंध का फैसला: पुलिस ने एरिजोना कैपिटल में प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे

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  • Publish Date - June 25, 2022 / 09:12 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:38 PM IST

फीनिक्स (अमेरिका), 25 जून (एपी) पुलिस ने शुक्रवार रात एरिजोना कैपिटल के बाहर से गर्भपात के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। प्रदर्शन के चलते सांसदों को कुछ समय के लिए इमारत के अंदर एक तहखाने में रहना पड़ा।

अमेरिका के उच्चतम न्यायालय ने महिलाओं को गर्भपात का संवैधानिक अधिकार देने वाले 50 साल पहले के रो बनाम वेड फैसले को शुक्रवार को पलट दिया था जिससे अमेरिका के लगभग आधे राज्यों में गर्भपात पर प्रतिबंध लगने की संभावना है और कई राज्य फैसले के बाद प्रतिबंध लगा भी चुके हैं।

अदालत के फैसले के समर्थन में और विरोध में हजारों लोग फीनिक्स स्थित कैपिटल के पास समूहों में एकत्र हुए।

अधिकारियों ने बताया कि स्वैट टीम के सदस्यों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुराने कैपिटल भवन की दूसरी मंजिल से आंसू गैस के गोले दागे।

उन्होंने कहा कि इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है और न ही किसी को गिरफ्तार किया गया है।

केपीएचओ-टीवी की खबर के अनुसार, अधिकारियों ने आंसू गैस के गोले तब दागे जब गर्भपात विरोधी प्रदर्शनकारियों ने सीनेट भवन के शीशे के दरवाजों को धक्का देना शुरू कर दिया।

डेमोक्रेटिक सेन मार्टिन क्वेज़ादा ने कहा कि घटना के चलते सीनेट के सांसद लगभग 20 मिनट तक इमारत के तहखाने में रहे। उन्होंने कहा कि आंसू गैस के प्रभाव के चलते सीनेट को अपनी कार्यवाही को सीनेट कक्ष के बजाय सुनवाई कक्ष में करने के लिए मजबूर होना पड़ा।

वर्ष 1973 के रो बनाम वेड फैसले में कहा गया था कि गर्भपात कराना या न कराना, यह तय करना महिलाओं का अधिकार है, लेकिन उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को इस फैसले को पलट दिया।

उच्चतम न्यायालय के फैसले के विपरीत अधिकतर अमेरिकी चाहते हैं कि महिलाओं का गर्भपात का अधिकार बरकरार रखा जाना चाहिए। राजनीतिक नेता भी फैसले के विरोध में आवाज उठा रहे हैं।

एपी नेत्रपाल माधव

माधव