कोरोना वैक्सीन लगने के दो हफ्ते बाद डॉक्टर की मौत, पत्नी ने Pfizer वैक्सीन पर लगाया बड़ा आरोप

कोरोना वैक्सीन लगने के दो हफ्ते बाद डॉक्टर की मौत, पत्नी ने Pfizer वैक्सीन पर लगाया बड़ा आरोप

कोरोना वैक्सीन लगने के दो हफ्ते बाद डॉक्टर की मौत, पत्नी ने Pfizer वैक्सीन पर लगाया बड़ा आरोप
Modified Date: November 29, 2022 / 08:20 pm IST
Published Date: January 8, 2021 8:23 am IST

वॉशिंगटन। अमेरिकी डॉक्टर ग्रेगरी माइकल की मौत के पीछे उनकी पत्नी ने कोरोना वैक्सीन फाइजर को जिम्मेदार ठहराया है, डॉक्टर माइकल ने 18 दिसंबर को फाइजर वैक्सीन लगवाई थी और इसके 16 दिन बाद उनकी मौत हो गई। डॉक्टर ग्रेगरी माइकल की पत्नी हेइदी नेकेलमान ने दावा किया है कि वैक्सीन लगने से पहले उनके पति पूरी तरह स्वस्थ और एक्टिव थे, उन्होंने कहा कि टीका लगने से पहले उनको कोई बीमारी भी नहीं थी, लेकिन वैक्सीनेशन के बाद खून में रहस्यमयी गड़बड़ी हुई।

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मृतक डॉक्टर की पत्नी हेइदी नेकेलमान ने कहा, ’मेरे पति की मौत का सीधा संबंध फाइजर वैक्सीन से है, क्योंकि इसे लगाने से पहले उनकी हर तरह की जांच की गई थी और उनको कोई बीमारी नहीं थी।’ नेकेलमान ने आगे कहा, ’डॉक्टरों ने कैंसर की भी जांच की थी और उनके अंदर कुछ भी गलत नहीं पाया गया था।’ उन्होंने कहा कि डॉक्टर ग्रेगरी रेगुलर एक्सरसाइज करते थे और सिगरेट भी नहीं पीते थे। इसके अलावा वह शराब भी कभी-कभी पीते थे।

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डॉक्टर ग्रेगरी की पत्नी ने बताया कि वैक्सीन लगने के तुरंत बाद कोई साइड इफेक्ट नहीं दिखा था, लेकिन 3 दिन बाद उनके हाथ और पैर पर लाल चकत्ते दिखने लगे थे, इसके बाद जब उन्‍होंने माउंट सिनाई मेडिकल सेंटर में अपनी जांच कराई तो पता चला कि उनका प्‍लेटलेट्स काफी गिर गया है और यह जीरो तक पहुंच गया था, जबकि आमतौर पर प्‍लेटलेट्स काउंट 150000 से 450000 के बीच रहता हैं। प्लेटलेट्स को छोड़कर ब्लड की सारी जांच नॉर्मल थी, इसके बाद डॉक्टरों को लगा कि यह गलती से हुआ है, इसलिए दोबारा जांच की गई, तब 1 प्लेटलेट दिखाई दिया। इसके बाद उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया और डॉक्टरों की एक टीम प्लेटलेट काउंट बढ़ाने के लिए 2 सप्ताह तक कोशिश करती रही, लेकिन फायदा नहीं हुआ। लगातार प्लेटलेस्ट की कमी के कारण उनके सिर में रक्तस्रावी स्ट्रोक हुआ और कुछ ही मिनटों में उनकी मौत हो गई।

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इस मामले में फाइजर कंपनी ने सफाई दी है, कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि हमें डॉक्‍टर ग्रेगरी के मौत की जानकारी है और इसकी जांच कर रहे हैं, इस समय हम नहीं मानते हैं कि डॉक्‍टर ग्रेगरी की मौत से कोई सीधा संबंध फाइजर वैक्‍सीन का है।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com