अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना के मददगार रहे अफगानों को स्वीकार न करें: अमेरिकी नेता

अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना के मददगार रहे अफगानों को स्वीकार न करें: अमेरिकी नेता

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  • Publish Date - September 17, 2021 / 11:05 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:53 PM IST

फीनिक्स (अमेरिका), 17 सितंबर (एपी) सीनेट के लिए रिपब्लिकन उम्मीदवार जिम लामन ने प्रवासियों के खिलाफ सख्त रूख अपनाते हुए कहा है कि अफगानिस्तान में 20 वर्ष तक चले युद्ध के दौरान अमेरिकी सेना की मदद करने वाले अनुवादकों तथा अन्य समेत अफगान शरणार्थियों को अमेरिका को स्वीकार नहीं करना चाहिए। हालांकि इन प्रवासियों को अमेरिका के दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों की ओर से व्यापक समर्थन हासिल है।

लामन ने बुधवार की शाम ‘एपी’ से कहा कि अफगानों को यहां लाने के बजाए अमेरिका को उनकी, तालिबान से बच निकलने में और पश्चिम एशिया में बसने में मदद करनी चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें उन देशों में जाना चाहिए जो उनके और हमारे लिए मित्र देश हैं। हम लगातार दुनिया का शरणार्थी शिविर नहीं बने रह सकते।’’

लामन सीनेट के लिए 2022 के एक करीबी मुकाबले में डेमोक्रेटिक सीनेटर मार्क कैली को पीछे छोड़ने की जुगत में लगे हें।

शरणार्थियों पर उनका यह रुख ऐसे समय में आया है जब देश भर में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार अमेरिका की मदद करते हुए अपनी जान जोखिम में डालने वाले अफगानों को शरण देने के लिए व्यापक जन समर्थन के साथ आव्रजन को लेकर संशय की स्थिति से निपटने की दिशा में काम कर रहे हैं।

एपी मानसी मनीषा

मनीषा