दक्षिणी ओरेगन के निकट दुनिया के सबसे ऊंचे वृक्षों में से एक में लगी आग बुझाने का प्रयास जारी

दक्षिणी ओरेगन के निकट दुनिया के सबसे ऊंचे वृक्षों में से एक में लगी आग बुझाने का प्रयास जारी

दक्षिणी ओरेगन के निकट दुनिया के सबसे ऊंचे वृक्षों में से एक में लगी आग बुझाने का प्रयास जारी
Modified Date: August 20, 2025 / 11:12 am IST
Published Date: August 20, 2025 11:12 am IST

पोर्टलैंड (अमेरिका), 20 अगस्त (एपी) अमेरिका के ओरेगन राज्य में अधिकारियों ने तटीय क्षेत्र के दक्षिणी भाग में स्थित दुनिया के सबसे ऊंचे वृक्षों में से एक में लगी आग को बुझाने के प्रयास तेज कर दिए हैं।

यह आग 325 फुट से अधिक ऊंचे ‘डोएर्नर फर’ नामक एक डगलस फर वृक्ष में लगी है, जिसकी आयु लगभग 450 वर्ष मानी जा रही है। यह वृक्ष कूज़ काउंटी स्थित ओरेगन के कोस्ट रेंज में है, और शनिवार से इसमें आग लगी हुई है।

संघीय ‘ब्यूरो ऑफ लैंड मैनेजमेंट’ की प्रवक्ता मेगन हार्पर ने बताया कि मंगलवार को एक इन्फ्रारेड ड्रोन उड़ान के दौरान वृक्ष के शीर्ष पर कोई लपटें या धुआं नहीं दिखा, लेकिन लगभग 280 फुट की ऊंचाई पर तने के भीतर एक खोखले हिस्से में गर्मी का स्रोत पाया गया।

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हार्पर ने बताया कि वृक्ष के किनारे से उस खोखले हिस्से तक पहुंच बनाकर पानी डालना चुनौतीपूर्ण कार्य है। इसके लिए विभिन्न विकल्पों पर विचार किया जा रहा है, जिनमें आसपास के वृक्षों पर चढ़कर उचित स्थिति पर पहुंचना, मचान बनाना, या इसे धीरे-धीरे सुलगने देना और निगरानी करना शामिल हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आग फिर से न भड़के।

मंगलवार को अग्निशमन दल मौके पर तैनात रहा और आवश्यकता पड़ने पर पानी गिराने के लिए एक हेलीकॉप्टर भी तैयार स्थिति में रखा गया।

‘कूज़ फॉरेस्ट प्रोटेक्टिव एसोसिएशन’ ने सोमवार को बताया कि हेलीकॉप्टर की मदद से पानी गिराने के बाद वृक्ष के ऊपरी हिस्से में आग की तीव्रता में कमी आई है। आग को फैलने से रोकने के लिए घेराबंदी की गई है।

आग से वृक्ष की वैश्विक ऊंचाई रैंकिंग पर प्रभाव पड़ सकता है। हार्पर ने कहा, “हमने आग और गिरते हुए हिस्सों के कारण लगभग 50 फुट ऊपरी भाग खो दिया है। इसलिए अभी यह कहना मुश्किल है कि यह अब किस स्थान पर रहेगा, लेकिन यह अब भी एक विशाल वृक्ष है।”

आग लगने के कारण का अभी तक पता नहीं चल पाया है और इसकी जांच जारी है। हार्पर के अनुसार, यह क्षेत्र में जलता हुआ एकमात्र वृक्ष है और जांचकर्ता यह पता लगाने के लिए क्षेत्र में हालिया आकाशीय बिजली गिरने के आंकड़ों का विश्लेषण कर रहे हैं।

फिलहाल, वृक्ष के पूरी तरह जलकर नष्ट होने का खतरा नहीं है। हार्पर ने कहा, “इस समय ऐसा कोई खतरा नहीं है। यह वृक्ष बहुत बड़ा है कि इसमें इतनी अधिक सघनता है कि इसे पूरी तरह जलने में बहुत समय लगेगा।”

उन्होंने कहा कि अग्निशमन से जुड़े सभी लोग इस ऐतिहासिक वृक्ष को बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि लोग इस वृक्ष से बहुत जुड़ाव महसूस करते हैं। इससे जुड़ी बहुत सी स्मृतियां हैं, और हम इसे खोना नहीं चाहते।”

एपी मनीषा गोला

गोला


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