यूक्रेन पर रूसी हमले की आशंका बढ़ने पर एकजुटता दिखाने में जुटा ईयू

यूक्रेन पर रूसी हमले की आशंका बढ़ने पर एकजुटता दिखाने में जुटा ईयू

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  • Publish Date - January 24, 2022 / 06:28 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:28 PM IST

fears of Russian attack on Ukraine : ब्रसेल्स, 24 जनवरी (एपी) यूक्रेन पर रूसी हमले की आशंका बलवती होने के मद्देनजर यूरोपीय संघ (ईयू) के सदस्य देशों के विदेश मंत्री सोमवार को यूक्रेन के समर्थन में एकता और प्रतिबद्धता प्रदर्शित करने की तैयारी करते दिखे। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मंशा पड़ोसी देश यूक्रेन पर हमला करने या उसकी सीमाओं पर सेना भेजने की है या नहीं, इसको लेकर अनिश्चितता बढ़ने पर ईयू के विदेश मंत्री सोमवार को ब्रसेल्स में बैठक के लिए एकत्र हुए।

ईयू की विदेश नीति के प्रमुख जोसेप बोरेल ने ब्रसेल्स में संवाददाताओं से कहा, ‘‘यूरोपीय संघ के सभी सदस्य एकजुट हैं। यूक्रेन के हालात पर हम अमेरिका के सहयोग से अभूतपूर्व एकता का प्रदर्शन कर रहे हैं। ’’ क्या अमेरिका के कदम का अनुसरण करते हुए ईयू यूरोपीय दूतावास के कर्मियों को यूक्रेन छोड़ने के लिए कहेगा? इस सवाल पर बोरेल ने कहा, ‘‘हम समान कदम नहीं उठाने जा रहे।’’ बोरेल ने कहा कि वह इस फैसले के बारे में पहले अमेरिकी विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकेन से सुनने को लेकर उत्सुक हैं।

अधिकारियों और कूटनीतिज्ञों ने नाम का खुलासा नहीं करने की शर्त पर बैठक से पहले कहा कि ईयू के विदेश मंत्री यूक्रेन सीमा पर सैन्य जमावड़े को लेकर रूस की निंदा करने वाले यूरोपीय संघ के बयान को एक बार फिर दोहराएंगे। उन्होंने कहा कि इस बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन भी वर्चुअल माध्यम से शामिल होंगे।

गौरतलब है कि रूस ने यूक्रेन की सीमा पर एक लाख सैनिक, भारी संख्या में टैंक-तोप के अलावा अन्य सैन्य साजोसमान भी तैनात किए हैं। अधिकारियों ने बताया कि बैठक के दौरान विदेश मंत्री वार्ता की फिर अपील करेंगे विशेष रूप से यूरोप समर्थित ‘नॉरमैंडी प्रारूप’ के माध्यम से। नॉरमैंडी प्रारूप ने पुतिन द्वारा यूक्रेन के क्रीमिया प्रायद्वीप पर कब्जे के आदेश के एक साल बाद वर्ष 2015 में शत्रुता को कम करने में मदद की थी। यूरोपी संघ ने जोर दिया है कि वह हमले के कुछ दिनों के अंदर ही रूस पर भारी प्रतिबंध लगाने के लिए तैयार बैठा है। यूई के विदेश मंत्री एक बार फिर चेतावानी देंगे कि यदि पुतिन यूक्रेन पर आगे बढ़े तो रूस को बड़ा और गंभीर खामियाजा भुगतना पड़ेगा। ईयू के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हम नहीं जानते कि रूस क्या करने वाला है, लेकिन हम शीत युद्ध के बाद से यूरोप में सुरक्षा संबंधित एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम पर बात कर रहे हैं।’’ अधिकारियों ने बताया कि सप्ताहांत के दौरान रूस के नजदीकी कुछ देश एस्तोनिया, लातविया और लिथुआनिया ने अमेरिका निर्मित टैंकरोधी और विमानरोधी मिसाइलें रूस को देने की पुष्टि की है।

इन देशों के इस कदम की अमेरिका ने सराहना की है। हालांकि ईयू सदस्यों के बीच एकता को लेकर कुछ सवाल भी उठ रहे हैं। सियासी विविधिता, कारोबार और ऊर्जा संबंधी हित के कारण लंबे समय से यूरोपीय संघ के 27 देशों का रुख मास्को के प्रति बंटा हुआ है। यूरोपीय संघ अपने उपयोग की 40 प्रतिशत प्राकृतिक गैस रूस से आयात करता है, जो उसे यूक्रून के जरिये पाइप लाइन से मिलती है। दूसरी तरह यूरोप में गैस के दाम इन दिनों बहुत अधिक हैं, इसलिए रूस से गैस लेने वाले जर्मनी और रूस समेत कई देश बहत सतर्क हैं।

एपी संतोष माधव

माधव