संघीय न्यायाधीश ने ओरेगन में सेना भेजने के ट्रंप प्रशासन के फैसले पर अस्थायी रोक लगायी
संघीय न्यायाधीश ने ओरेगन में सेना भेजने के ट्रंप प्रशासन के फैसले पर अस्थायी रोक लगायी
वाशिंगटन, छह अक्टूबर (भाषा) अमेरिका के एक संघीय न्यायाधीश ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन को ओरेगन में नेशनल गार्ड की तैनाती से रविवार को अस्थायी रूप से रोक दिया, जिसमें कैलिफोर्निया नेशनल गार्ड भी शामिल है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने कैलिफोर्निया से सैनिकों को ओरेगन भेज दिया था, जिसके बाद कैलिफोर्निया और ओरेगन ने अदालत से रोक लगाने का आदेश जारी करने का अनुरोध किया था।
शनिवार को इसी न्यायाधीश ने ओरेगन नेशनल गार्ड को पोर्टलैंड भेजने पर भी रोक लगाई थी।
अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन के एक प्रवक्ता के अनुसार, पहले लॉस एंजिलिस में तैनात कैलिफोर्निया गार्ड के लगभग 200 सदस्यों को पोर्टलैंड भेजा जा रहा था। ओरेगन की गवर्नर टीना कोटेक ने कहा कि इस तैनाती को लेकर संघीय सरकार से कोई औपचारिक बातचीत नहीं हुई है।
ओरेगन और कैलिफोर्निया ने अब अदालत से सभी राज्यों की नेशनल गार्ड तैनाती पर रोक लगाने की मांग की है।
ओरेगन के अटॉर्नी जनरल डैन रेफील्ड ने कहा, ‘‘जो कल अवैध था, वह आज भी अवैध है। राष्ट्रपति इसे दरकिनार नहीं कर सकते।’’
कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूज़म ने इस कदम को ‘‘कानून और शक्ति का दुरुपयोग’’ बताया और कहा कि राष्ट्रपति सेना को ‘‘राजनीतिक हथियार’’ की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं।
कैलिफोर्निया ने भी इस फैसले को चुनौती देने के लिए ओरेगन के साथ मुकदमा दायर किया है।
अदालत में दायर याचिका में कहा गया कि राष्ट्रपति केवल कुछ परिस्थितियों में ही नेशनल गार्ड भेज सकते हैं जैसे आक्रमण रोकना, विद्रोह दबाना या संघीय कानून लागू करना और पोर्टलैंड में ऐसी कोई स्थिति नहीं है।
पोर्टलैंड में विरोध प्रदर्शन केवल एक ब्लॉक तक सीमित है, फिर भी राष्ट्रपति ने इसे ‘‘युद्धग्रस्त शहर’’ कहा।
न्यायाधीश करिन इम्मरगट ने कहा कि इतने छोटे स्तर के विरोध प्रदर्शन में संघीय बलों की तैनाती ‘‘राज्य की संप्रभुता को नुकसान’’ पहुंचाएगी।
कैलिफोर्निया के अटॉर्नी जनरल रॉब बॉन्टा ने आरोप लगाया कि राष्ट्रपति जानबूझकर डेमोक्रेटिक झुकाव वाले शहरों को निशाना बना रहे हैं।
इस बीच, राष्ट्रपति ने शनिवार को इलिनोइस में भी 300 नेशनल गार्ड सैनिकों को शिकागो भेजने की अनुमति दी है। हालांकि, गवर्नर जे.बी. प्रिट्जकर ने इसका विरोध करते हुए कहा कि ‘‘यहां सेना की जरूरत नहीं है।’’
एपी गोला वैभव
वैभव

Facebook



