यूक्रेन के कस्बों, गांवों में भीषण लड़ाई, गोलाबारी |

यूक्रेन के कस्बों, गांवों में भीषण लड़ाई, गोलाबारी

यूक्रेन के कस्बों, गांवों में भीषण लड़ाई, गोलाबारी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:11 PM IST, Published Date : November 9, 2022/8:38 pm IST

कीव, नौ नवंबर (एपी) यूक्रेनी व रूसी सेनाओं के बीच युद्ध के साढ़े आठ महीने से ज्यादा बीतने के बाद बुधवार को यूक्रेन के गांवों व कस्बों में भीषण लड़ाई व गोलाबारी देखने को मिली। दोनों ही सेनाओं पर विभिन्न मोर्चों पर आगे बढ़ने का दबाव है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि 24 घंटे में कम से कम नौ आम नागरिक मारे गए और 24 अन्य घायल हो गए। उसने रूस पर देश के दक्षिण-पूर्व में आठ क्षेत्रों पर हमला करने के लिए विस्फोटक ड्रोन, रॉकेट, भारी तोपखाने और विमानों का उपयोग करने का आरोप लगाया।

यूक्रेनी और रूसी सेनाओं के बीच दक्षिणी शहर खेरसान से लगभग 50 किलोमीटर उत्तर में एक शहर स्निहुरिवका में भी तीखी भिड़ंत हुई।

यूक्रेन की सेना को रूस के कब्जे वाले शहर पर फिर से कब्जा करने की उम्मीद है, जो मॉस्को के 24 फरवरी के आक्रमण के दौरान कब्जा की गई एकमात्र क्षेत्रीय राजधानी है और चल रहे जवाबी हमले का एक प्रमुख लक्ष्य है।

खेरसान क्षेत्र के क्रेमलिन द्वारा नियुक्त प्रशासन के उप प्रमुख किरिल स्ट्रेमोसोव ने एक ‘टेलीग्राम’ पोस्ट में कहा कि यूक्रेनी सेना ने स्निहुरिवका के उत्तर में एक रेलवे लाइन से लगे क्षेत्र में “पांव जमा लिया” है।

एक अलग पोस्ट में उन्होंने दावा किया कि रूसी सेना ने आगे बढ़ती यूक्रेनी सेना को खदेड़ दिया था।

खेरसान क्षेत्र यूक्रेन के चार प्रांतों में से एक है जिसे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अवैध रूप से कब्जा लिया और बाद में वहां रूसी मार्शल लॉ लागू कर दिया।

रूसी सेना की गोलाबारी का जोर लुहांस्क, डोनेत्स्क और जापोरिज्जिया जैसे अन्य क्षेत्रों को नियंत्रण सुनिश्चित करना है।

इस हफ्ते के शुरू में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा था कि कब्जा किए गए सभी क्षेत्रों को वापस लौटाया जाना रूस के साथ किसी भी वार्ता की पूर्व शर्त है।

एपी प्रशांत माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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