लेबनान में पोप ने संत की समाधि पर शांति के लिए प्रार्थना की
लेबनान में पोप ने संत की समाधि पर शांति के लिए प्रार्थना की
अन्नाया (लेबनान), एक दिसंबर (एपी) पोप लियो 14वें ने ईसाइयों और मुसलमानों के बीच श्रद्धेय लेबनानी संत की कब्र पर सोमवार को प्रार्थना की।
उन्होंने लेबनान के अपने दौरे की शुरुआत संघर्ष से प्रभावित क्षेत्र में शांति और धार्मिक सह-अस्तित्व के संदेश के साथ की।
घंटियां बजते ही लेबनान के हजारों नागरिक लगातार बारिश के बावजूद बेरूत से लगभग 40 किलोमीटर दूर अन्नाया की ओर जाने वाले पोप के काफिले के रास्ते में खड़े हो गए। कुछ लोगों ने लेबनानी और वेटिकन के झंडे लहराए और पोप के वाहन पर फूल बरसाकर उनका स्वागत किया।
हर साल, लाखों श्रद्धालु समुद्र के किनारे स्थित सेंट मारून के ईसाई मठ में सेंट चारबेल मखलौफ की कब्र पर प्रार्थना करने के लिए आते हैं। सेंट चारबेल मखलौफ एक लेबनानी मारोनाइट संत थे।
यह पहली बार है जब पोप कब्र पर प्रार्थना करने गए। वह हरिसा स्थित एक धार्मिक स्थल पर पादरियों और नन से मिलेंगे और फिर राजधानी बेरूत में लेबनान के ईसाई और मुस्लिम नेताओं के साथ एक सर्वधर्म सभा की अध्यक्षता करेंगे।
ऐसे समय में जब गाज़ा में संघर्ष और लेबनान में राजनीतिक तनाव काफी बढ़ गया है, संभावना है कि लियो लेबनान और अन्य जगहों पर शांति एवं ईसाई-मुस्लिम सह-अस्तित्व के अपने मूल संदेश को ज़ोरदार तरीक़े से लोगों तक पहुंचाएंगे।
लेबनान की उनकी यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब वर्षों से आर्थिक संकट और राजनीतिक गतिरोध बना हुआ है, और 2020 में बेरूत बंदरगाह पर विस्फोट से स्थिति और भी बदतर बन गई है।
लियो तुर्किये से लेबनान पहुंचे, जहां उन्होंने पोप के रूप में अपनी पहली यात्रा शुरू की थी। वह मंगलवार को बेरूत बंदरगाह विस्फोट स्थल पर प्रार्थना और तट पर एक सामूहिक प्रार्थना सभा के साथ अपनी यात्रा का समापन करेंगे।
अपने शुरुआती संबोधन में लियो ने लेबनान के नेताओं को मतभेदों को दूर रखने और सच्चे शांतिदूत बनने के लिए काम करने की चुनौती दी। इसके साथ ही उन्होंने विशेष रूप से लेबनानी ईसाइयों से देश में बने रहने का आग्रह किया।
एपी आशीष पवनेश
पवनेश

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