भारत, नेपाल अपने-अपने क्षेत्रों के दुरुपयोग को रोकने पर सहमत हुए

भारत, नेपाल अपने-अपने क्षेत्रों के दुरुपयोग को रोकने पर सहमत हुए

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  • Publish Date - September 30, 2022 / 09:44 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:10 PM IST

काठमांडू, 30 सितंबर (भाषा) भारत और नेपाल ‘‘राष्ट्र-विरोधियों’’ द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों के दुरुपयोग को रोकने के लिए सहमत हुए हैं। दोनों देशों के अर्धसैनिक अधिकारियों ने भारत-नेपाल सीमा के जरिये तीसरे देश के नागरिकों के अवैध रूप से सीमा पार करने की घटनाओं को रोकने के वास्ते उपायों पर चर्चा की है।

सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के महानिदेशक सुजय लाल थाओसेन और नेपाल के सशस्त्र पुलिस बल (एपीएफ) के महानिरीक्षक राजू आर्य के बीच बृहस्पतिवार को यहां संयुक्त समन्वय बैठक हुई। बैठक में सीमा पार अपराधों को रोकने के लिए तंत्र को सुव्यवस्थित करने के उपायों पर चर्चा की गई।

एसएसबी ने एक बयान में कहा कि दोनों बलों के प्रमुख अवैध रूप से सीमा पार करने से तीसरे राष्ट्र के नागरिकों को रोकने के वास्ते तंत्र विकसित करने पर सहमत हुए।

बयान में कहा गया है कि तीन दिवसीय बैठक के दौरान यह भी निर्णय लिया गया कि सीमा बल वर्तमान चुनौतियों को देखते हुए इस्तेमाल किए जाने वाले तरीकों में सुधार करना जारी रखेंगे। इसमें कहा गया है, ‘‘वे राष्ट्र-विरोधियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों के दुरुपयोग को रोकने के लिए पारस्परिक रूप से सहमत हुए।’’

बयान में कहा गया है, ‘‘यह भी निर्णय लिया गया कि सीमा बल वर्तमान चुनौतियों के मद्देनजर उपयोग किए जाने वाले तरीकों में सुधार करना जारी रखेंगे। वे राष्ट्र-विरोधियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों के दुरुपयोग को रोकने के लिए पारस्परिक रूप से सहमत हुए।’’

‘माईरिपब्लिका’ अखबार ने बैठक में भाग लेने वाले एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से अपनी खबर में बताया कि भारतीय पक्ष ने अवैध गतिविधियों में लिप्त पाकिस्तानी और चीनी नागरिकों के नेपाल के सीमा क्षेत्रों से भारत में प्रवेश को रोकने का अनुरोध किया।

एपीएफ नेपाल मुख्यालय के सूत्रों के अनुसार, बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने बृहस्पतिवार को सीमा सुरक्षा को प्रभावी बनाने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।

एपीएफ द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, ‘‘दोनों पक्ष सीमा समन्वय को और अधिक प्रभावी बनाने, दोनों सुरक्षा एजेंसियों के बीच सहयोग जारी रखने और सीमा पार अपराधों की जांच करने तथा सीमा सुरक्षा को और मजबूत बनाने के लिए उनके बीच सूचनाओं के आदान-प्रदान को बढ़ाने पर सहमत हुए।’’

बयान में कहा गया है, ‘‘इसी तरह, दोनों पक्षों ने सीमा चौकियों में ‘हेल्प डेस्क’ की स्थापना बनाये रखने और सीमा निगरानी को और अधिक प्रभावी बनाने पर सहमति व्यक्त की है।’’

डीजी थाओसेन के नेतृत्व में एसएसबी प्रतिनिधिमंडल ने गृह मंत्री बाल कृष्ण खांड से भी मुलाकात की और भारत तथा नेपाल के दो सीमा बलों के बीच दोस्ती और सहयोग को मजबूत करने के वास्ते एसएसबी की प्रतिबद्धता को दोहराया।

भाषा

देवेंद्र मनीषा

मनीषा