भारत-अमेरिका ने समग्र रक्षा साझेदारी स्थापित करने की अपनी महत्वाकांक्षा की फिर पुष्टि की

भारत-अमेरिका ने समग्र रक्षा साझेदारी स्थापित करने की अपनी महत्वाकांक्षा की फिर पुष्टि की

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  • Publish Date - April 12, 2022 / 05:10 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:17 PM IST

वाशिंगटन, 12 अप्रैल (भाषा) भारत और अमेरिका ने एक उन्नत एवं समग्र रक्षा साझेदारी स्थापित करने के लिए अपनी महत्वाकांक्षाओं की फिर से पुष्टि की है जिसमें दोनों देशों की सेनाएं सभी क्षेत्रों में साथ मिलकर समन्वय कर सकेंगी।

सोमवार को यहां भारत-अमेरिका 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता के समापन के बाद जारी एक संयुक्त बयान में दोनों पक्षों ने भारत-अमेरिका के बीच प्रमुख रक्षा साझेदारी में महत्वपूर्ण और निरंतर प्रगति की सराहना की।

बयान में कहा गया कि अक्टूबर 2021 में भारत-अमेरिका रक्षा नीति समूह की बैठक से आगे बढ़ने के क्रम में दोनों देशों ने एक उन्नत और समग्र रक्षा साझेदारी स्थापित करने की अपनी महत्वाकांक्षाओं की फिर पुष्टि की जिसमें अमेरिकी और भारतीय सेनाएं सभी क्षेत्रों में साथ मिलकर समन्वय कर सकेंगी।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 2+2 मंत्रिस्तरीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया, जबकि अमेरिकी पक्ष का प्रतिनिधित्व अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने किया।

चूंकि सूचना साझा करना भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है, मंत्रियों ने एक समग्र ढांचे की स्थापना के महत्व को रेखांकित किया जिसके तहत दोनों देशों की सेनाएं सभी क्षेत्रों में सही समय पर सूचनाओं का आदान-प्रदान करने के लिए तैयार होंगी।

संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में सिंह ने कहा कि 2+2 मंत्रिस्तरीय बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच बहुत सार्थक और गहन चर्चा हुई।

सिंह ने कहा, ‘यह भारत-अमेरिका संबंधों की गति को बनाए रखने और हमारे काम को आगे बढ़ाने में मदद करेगा। हमारे दो महान राष्ट्रों के परस्पर हित हैं और आपसी लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक साझा इच्छाशक्ति है।’

उन्होंने कहा, ‘हमने कई द्विपक्षीय, रक्षा और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। यह जानकर खुशी हुई कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्रों के रूप में, उनमें से अधिकतर पर हमारे विचार समान हैं। भारत और अमेरिका दोनों ही एक स्वतंत्र, मुक्त, समावेशी और नियम-आधारित हिन्द-प्रशांत तथा हिन्द महासागर क्षेत्र की साझा दृष्ट रखते हैं।’’

सिंह ने कहा, ‘‘हिन्द-प्रशांत और हिन्द महासागर क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए हमारी साझेदारी महत्वपूर्ण है।’’

भाषा नेत्रपाल उमा

उमा