देखभाल केंद्र में दुष्कर्म के आरोप में भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक को जेल
देखभाल केंद्र में दुष्कर्म के आरोप में भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक को जेल
लंदन, 10 दिसंबर (भाषा) केरल के 47 वर्षीय स्वास्थ्यकर्मी को स्कॉटलैंड के एक देखभाल केंद्र में दुष्कर्म और यौन उत्पीड़न के अपराधों में दोषी पाए जाने के बाद सात साल और नौ महीने की कैद की सजा सुनाई गई है।
नैजिल पॉल ने सात साल पहले नॉर्थ लैनार्कशायर स्थित एक देखभाल केंद्र में प्रबंधक के पद पर रहते हुए एक सहकर्मी से दुष्कर्म करने और दो अन्य महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने की बात कबूल की।
पॉल पर 2018 में ये आरोप लगे थे और दिसंबर 2019 में मुकदमे की सुनवाई से ठीक पहले वह कोच्चि भाग गया था।
इस साल अक्टूबर में भारत से प्रत्यर्पण के बाद पॉल ने अपना जुर्म कबूल लिया और सोमवार को ग्लासगो उच्च न्यायालय ने उसे सजा सुनाई।
अदालत ने कहा कि पॉल दुष्कर्म पीड़िता पर उसका कहा मानने के लिए दबाव डालता था और ऐसा न करने पर नौकरी से निकालने की धमकी देता था।
अदालत ने कहा कि अप्रैल 2018 में जब 26 वर्षीय पीड़िता बीमारी के बाद छुट्टी से लौटी, तो उसने अपनी एक वरिष्ठ सहकर्मी को बताया कि कर्ज उसके काम पर लौटने का एक महत्वपूर्ण कारण था।
हालांकि, अदालत ने दोष स्वीकार करने के कारण पॉल की सजा आठ साल से कुछ कम कर दी, लेकिन रिहाई के बाद उसे दो साल तक निगरानी में रखा जाएगा और उसका नाम आजीवन यौन अपराधियों की सूची में रहेगा।
पॉल को किसी भी पीड़िता के पास जाने से भी प्रतिबंधित कर दिया गया है।
‘बीबीसी स्कॉटलैंड’ की खबर के मुताबिक, अदालत को बताया गया कि भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक पॉल पर दिसंबर 2019 में मुकदमा चलाया जाना था, लेकिन वह अपने पिता की बीमारी का बहाना बनाकर कोच्चि भाग गया था।
पॉल को इस साल फरवरी में गिरफ्तार किया गया और जून में दिल्ली से स्कॉटलैंड प्रत्यर्पित किया गया।
भाषा जितेंद्र पारुल
पारुल

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