बेरूत, 12 जनवरी (एपी) इंटरपोल ने लेबनान में बेरूत के बंदरगाह पर भीषण विस्फोट के मामले में विस्फोटक पदार्थों को बंदरगाह तक लाने और उसे जमा करने के लिए दो रूसी और एक पुर्तगाली नागरिकों के खिलाफ ‘वांटेड (वांछित)’ नोटिस जारी किया है।
यह विस्फोटक पदार्थ बेरूत लाया गया था और शहर के बंदरगाह पर पिछले साल अगस्त में विस्फोट होने तक पिछले छह वर्षों से जमा था। सरकारी नेशनल न्यूज एजेंसी (एनएनए) ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
बेरूत में चार अगस्त को हुए विस्फोट की वजह से 200 लोगों की मौत हो गई और हजारों लोग घायल हो गए तथा शहर को भी नुकसान पहुंचा।
एनएनए ने बताया कि इंटरपोल ने रोसुस जहाज के मालिक और कैप्टन के लिए रेड नोटिस जारी किये हैं। इसी जहाज से 2013 में 2,750 टन अमोनियम नाइट्रेट लेबनान लाया गया था। इसके अलावा नाइट्रेट के पुर्तगाली कारोबारी के खिलाफ भी नोटिस जारी गया है, जिसने 2014 में बेरूत में रखे गए विस्फोटक पदार्थ के गोदाम का मुआयना किया था।
यह नोटिस दुनिया भर की कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए व्यक्ति के स्थान का पता करने और भगोड़े को अस्थायी रूप से पकड़ने के वास्ते एक गैर बाध्यकारी आग्रह है। यह गिरफ्तारी वारंट नहीं है।
एनएनए ने बताया कि लेबनान के सरकारी अभियोजक घसान खोयूर ने इंटरपोल को नोटिस जारी करने को कहा था। एजेंसी ने इन तीनों का नाम नहीं बताया है लेकिन स्थानीय मीडिया ने इनकी पहचान जहाज के पूर्व कैप्टन बोरिस परोकोशेव और साइप्रस में रह रहे एक रूसी कारोबारी इगोर ग्रेखुश्किन के रूप में की है। वहीं पुर्तगाली व्यक्ति की पहचान जॉर्ज मैन्युअल मीरा नेट मोरइरा के रूप में हुई है।
एपी स्नेहा मनीषा
मनीषा
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