इस्लामी नेताओं ने गाजा पर आपातकालीन बैठक की
इस्लामी नेताओं ने गाजा पर आपातकालीन बैठक की
दुबई, 16 मई (एपी) गाजा की स्थिति को लेकर 57 सदस्यीय इस्लामी सहयोग संगठन (ओआईसी) की रविवार को आपातकालीन डिजिटल बैठक हुई ताकि गाजा पट्टी पर इजराइल की सेना के हमले को रोका जा सके।
अफगानिस्तान के विदेश मंत्री मोहम्मद हनीफ आत्मार ने कहा, ‘‘फलस्तीनी लोगों की दुर्दशा से इस्लामिक दुनिया आज लहूलुहान है।’’
सऊदी अरब के विदेश मंत्री शहजादा फैसल बिन फरहान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि गाजा के खिलाफ इजराइल के सैन्य अभियान को खत्म करने की दिशा में काम किया जाए और तटीय क्षेत्र में सहायता पहुंचने दी जाए।
पश्चिमी तट के रामल्ला से फलस्तीन के विदेश मंत्री रियाद मालकी ने इजराइल पर बरसते हुए उसे ‘‘रंगभेदी देश’’ करार दिया जो ‘‘गाजा में हमारे लोगों के खिलाफ अपराध और क्रूरता कर रहा है।’’
उन्होंने इसे ‘‘कायराना हमले’’ करार देते हुए कहा, ‘‘हमें अल्लाह से कहने की जरूरत है कि हम अंतिम दिन तक विरोध करेंगे। हम पर लंबे समय से कब्जा है। यही समस्या की जड़ है।’’
उन्होंने कहा कि सोमवार से शुरू हुई हिंसा में 10 हजार लोग विस्थापित हुए हैं।
मालकी ने कहा, ‘‘फलस्तीनी लोगों के विरोध ने स्पष्ट कर दिया है कि यरूशलम ही लक्ष्मण रेखा है। इजराइल की हत्या मशीन से हमारे लोग नहीं डरेंगे।’’
बहरहाल, मालकी के फलस्तीनी प्राधिकरण का हमास और गाजा पट्टी पर नियंत्रण नहीं है जहां आतंकवादियों ने 2007 में सत्ता पर कब्जा कर लिया था।
तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुत कावुसोगलु ने इसी तरह का कड़ा रूख अपनाया।
उन्होंने कहा, ‘‘पूर्वी यरूशलम, पश्चिमी तट और गाजा में तनाव के लिए अकेले इजराइल जिम्मेदार है। पिछले हफ्ते इजराइल को दी गई हमारी चेतावनी पर ध्यान नहीं दिया गया।’’
ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने इजराइल पर ‘‘नरसंहार और मानवता के खिलाफ अपराध’’ करने के आरोप लगाए।
एपी नीरज नरेश
नरेश

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