iSpace Resilience Crash Landing: इस देश का चन्द्रमा में उतरने का सपना रह गया अधूरा.. क्रैश लैंडिंग के बाद टूटा संपर्क, मून मिशन ख़त्म करने का ऐलान

जापान का चंद्र मिशन असफल रहा, निजी लैंडर चंद्रमा पर दुर्घटनाग्रस्त हुआ

iSpace Resilience Crash Landing: इस देश का चन्द्रमा में उतरने का सपना रह गया अधूरा.. क्रैश लैंडिंग के बाद टूटा संपर्क, मून मिशन ख़त्म करने का ऐलान

iSpace Resilience Crash Landing || Image- Spaceflight Now file

Modified Date: June 6, 2025 / 02:03 pm IST
Published Date: June 6, 2025 11:16 am IST
HIGHLIGHTS
  • जापानी कंपनी iSpace का रेसिलिएंस लैंडर चंद्रमा पर उतरने से पहले दुर्घटनाग्रस्त हुआ।
  • लैंडिंग से दो मिनट पहले लैंडर का संचार पूरी तरह बंद हो गया था।
  • iSpace ने विफलता स्वीकार की, भविष्य में और चंद्र मिशनों पर काम जारी रहेगा।

iSpace Resilience Crash Landing: टोक्यो: जापान का एक निजी लैंडर शुक्रवार को चंद्रमा पर उतरने का प्रयास करते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया। टोक्यो स्थित कंपनी आईस्पेस ने लैंडर से संपर्क टूटने के कई घंटे बाद मिशन को विफल घोषित किया। प्रक्षेपण नियंत्रकों ने संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उन्हें कोई संदेश नहीं मिला जिसके बाद उन्होंने कहा कि वे मिशन को समाप्त कर रहे हैं।

अंतरिक्ष यान के मिनी रोवर के साथ चंद्रमा पर उतरने से दो मिनट पहले ही संचार बंद हो गया। उससे पहले तक ऐसा लग रहा था कि चंद्रमा की कक्षा से उतरने की प्रक्रिया सुचारू रूप से चल रही है। आईस्पेस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और संस्थापक ताकेशी हाकामादा ने मिशन में योगदान देने वाले सभी लोगों से माफी मांगी। यह आईस्पेस का दूसरा चंद्र मिशन था।

iSpace Resilience Crash Landing: कंपनी का चंद्रमा पर पहुंचने का पहला प्रयास भी दो साल पहले विफल रहा था जिसके बाद इसके लैंडर का नाम ‘रेसिलिएंस’ रखा गया। ‘रेसिलिएंस’ चंद्रमा की धूल इकट्ठा करने के लिए फावड़े के साथ एक रोवर और चंद्रमा की धूल भरी सतह पर रखने के लिए एक स्वीडिश कलाकार का बनाया लाल रंग का खिलौनाघर भी लेकर गया था।

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कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि यह कहना अभी जल्दबाजी होगी कि क्या एक ही समस्या के कारण दोनों मिशन असफल हुए।हाकामादा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह दूसरी बार है जब हम उतरने में असमर्थ रहे। इसलिए हमें इसे बहुत गंभीरता से लेना होगा।’’ उन्होंने कहा कि कंपनी और अधिक चंद्र मिशनों पर काम करेगी।


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

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