कोरोना संक्रमण के चलते महात्मा गांधी के प्रपौत्र सतीश धुपेलिया का निधन, एक महीने से अस्पताल में चल रहा था उपचार

कोरोना संक्रमण के चलते महात्मा गांधी के प्रपौत्र सतीश धुपेलिया का निधन, एक महीने से अस्पताल में चल रहा था उपचार

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  • Publish Date - November 23, 2020 / 05:21 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:48 PM IST

जोहानिसबर्ग: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रपौत्र सतीश धुपेलिया का यहां कोरोना वायरस संबंधी जटिलताओं के चलते निधन हो गया। परिवार के एक सदस्य ने बताया कि तीन दिन पहले ही वह 66 वर्ष के हुए थे। धुपेलिया की बहन उमा धुपेलिया मिस्त्री ने पुष्टि की है कि उनके भाई का कोविड-19 संबंधी जटिलताओं के कारण रविवार को निधन हो गया। उन्होंने यह भी बताया कि सतीश धुपेलिया को निमोनिया हो गया था और करीब एक महीने से अस्पताल में उनका उपचार चल रहा था, वहीं पर वह इस संक्रमण की चपेट में आ गए।

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उमा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मेरे प्रिय भाई करीब एक महीने से निमोनिया से पीड़ित थे, अस्पताल में उन्हें एक और संक्रमण हो गया और इलाज के दौरान ही वह कोविड-19 की भी चपेट में आ गए। आज शाम उन्हें दिल का दौरा पड़ा तथा उनका निधन हो गया।’’ धुपेलिया की उमा के अतिरिक्त एक और बहन हैं जिनका नाम कीर्ति मेनन है। वह जोहानिसबर्ग में रहती हैं।

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तीनों भाई-बहन मणिलाल गांधी के वंशज हैं। महात्मा गांधी दो दशक तक दक्षिण अफ्रीका में रहने के बाद भारत में अपना काम जारी रखने के लिए स्वदेश लौट गए थे और अपने पुत्र मणिलाल को यहीं छोड़ आए थे। धुपेलिया ने अपना ज्यादातर जीवन मीडिया में खासकर वीडियोग्राफर एवं फोटोग्राफर के रूप में बिताया। वह गांधी डेवलपमेंट ट्रस्ट के लिए भी सक्रियता से काम कर रहे थे।

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