अमेरिकी उच्चतम न्यायालय की दिवंगत न्यायाधीश गिन्सबर्ग का पार्थिव शरीर यूएस कैपिटोल में रखा गया

अमेरिकी उच्चतम न्यायालय की दिवंगत न्यायाधीश गिन्सबर्ग का पार्थिव शरीर यूएस कैपिटोल में रखा गया

  •  
  • Publish Date - September 25, 2020 / 03:46 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:54 PM IST

वाशिंगटन, 25 सितंबर (एपी) अमेरिकी उच्चतम न्यायालय की दिवंगत न्यायाधीश रुथ बी. गिन्सबर्ग का पार्थिव शरीर ‘यूएस कैपिटोल’ में अंतिम दर्शन के लिये रखा गया है। यह सम्मान पाने वाली वह अमेरिका की पहली महिला हैं।

‘यूनाइटेड स्टेट्स (यूएस) कैपिटोल’ एक ऐतिहासक इमारत है। यहां दो सदियों से प्रतिनिधि सभा और सीनेट की चैम्बर बैठक होती रही है। यह आज के समय में अमेरिकी जनता और उनकी सरकार के लिये एक स्मारक है।

प्रतिनिधि सभा (हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव) की स्पीकर नैंसी पैलोसी ने कहा कि यह बहुत ही दुखद है कि उदार न्याय की प्रणेता रहीं इस हस्ती का उन्हें यहां स्वागत करना पड़ा है।

कोरोना वायरस पाबंदियों को ध्यान में रखते हुए शोक प्रकट करने के लिये गणमान्य लोग जुटे।

गिन्सबर्ग का पिछले सप्ताह निधन हो गया था। वह 87 वर्ष की थी। कैपिटोल के स्टेच्वुरी हॉल के अंदर उन्हें सैन्य सम्मान दिया गया।

नवंबर में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी से उम्मीदवार जो बाइडेन, उनकी पत्नी जिल अन्य निर्वाचित अधिकारियों, मित्रों और परिवार के लोगों के साथ बैठे हुए थे। पार्टी से उप राष्ट्रपति पद के लिये उम्मीदवार एवं सीनेटर कमला हैरिस भी मौजूद थी।

कैपिटोल में गम के माहौल के बीच पैलोसी और सीनेट के डेमोक्रेटिक नेता चक स्कमर ने गिन्सबर्ग के ताबूत का स्वागत किया।

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप न्यायाधीश गिन्सबर्ग की जगह एक कंजरवेटिव उम्मीदवार की शनिवार को घोषणा करने की तैयारी कर रहे हैं।

कार्यक्रम से पहले पेलोसी ने सीबीएस चैनल से कहा कि अमेरिका यह जानना चाहता है कि गिन्सबर्ग की जगह नयी नियुक्ति करने की क्या जल्दबाजी है।

यूएस कैपिटोल में तीन दर्जन से अधिक बार ही पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिये रखा गया है। राष्ट्रपतियों, उप राष्ट्रपतियों और अमेरिकी कांग्रेस के दिवंगत सदस्यों के लिये ज्यादातर ऐसा किया गया।

अमेरिकी उच्चतम न्यायालय की दूसरी महिला न्यायाधीश रहीं गिन्सबर्ग को अगले हफ्ते अर्लींगटन राष्ट्रीय कब्रिस्तान में उनके पति की कब्र के बगल में दफनाया जाएगा। उनके पति की 2010 में मृत्यु हुई थी।

गिन्सबर्ग ने 27 साल उच्च न्यायालय में सेवा दी थी और वह उदार न्याय की प्रणेता थी।

एपी सुभाष माधव

माधव