सूडान में पोलिया के नये प्रकोप की वजह मुंह से दी जाने वाली टीके की खूराक: संयुक्त राष्ट्र

सूडान में पोलिया के नये प्रकोप की वजह मुंह से दी जाने वाली टीके की खूराक: संयुक्त राष्ट्र

सूडान में पोलिया के नये प्रकोप की वजह मुंह से दी जाने वाली टीके की खूराक: संयुक्त राष्ट्र
Modified Date: November 29, 2022 / 08:38 pm IST
Published Date: September 2, 2020 11:36 am IST

लंदन, दो सितंबर (एपी) विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा कि सूडान में पोलियो का नया प्रकोप चाड में चल रहे टीकाकारण से फैली महामारी से जुड़ा हुआ है। डब्ल्यूएचओ ने यह जानकारी अफ्रीका महाद्वीप को ‘वाइल्ड पोलियो वायरस’ से मुक्त होने की घोषणा करने के एक हफ्ते बाद दी है।

इस हफ्ते जारी बयान में डब्ल्यूएचओ ने कहा कि सूडान में दो बच्चे – एक दक्षिण दारफूर राज्य में और दूसरा गेदारिफ राज्य में जो इथियोपिया और इरिट्रिया के करीब है- मार्च और अप्रैल में लकवा ग्रस्त हो गए हैं।

दोनों को हाल में पोलियों का टीका दिया गया था। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि शुरुआती जांच से पता चला है कि इसका संबंध चाड में टीके से फैली महामारी से है, जिसका पता पिछले साल चला था। अब यह चाड एवं कैमरून में फैल गया है।

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डब्ल्यूएचओ ने कहा कि उसने टीका जनित पोलियो के 11 और मामलों का पता लगाया है और वायरस की पहचान पर्यावरण नमूनों में भी की गई है। ऐसे कई मामले हो सकते हैं जिनकी जानकारी नहीं है।

उल्लेखनीय है कि यह बहुत ही संक्रामक बीमारी है और दूषित पानी के जरिये वायरस अकसर पांच साल के बच्चों पर हमला करता है।

दुलर्भ घटना के तहत मुंह के जरिये दिए जाने वाले टीके में मौजूद जीवित पोलियो वायरस खुद में बदलाव कर नये सिरे से महामारी फैला सकता है।

उल्लेखनीय है कि डब्ल्यूएचओ ने सोमवार को मध्य अफ्रीका एवं ‘हॉर्न ऑफ अफ्रीका’ वाले इलाकों में टीका जनित पोलियो फैलने की चेतावनी दी थी क्योंकि इस इलाके में आबादी की आवाजाही बहुत अधिक है।

एपी धीरज शाहिद

शाहिद


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