पादरी ने पत्रकार शिरीन की शवयात्रा के दौरान इजराइल पुलिस के रवैये की आलोचना की

पादरी ने पत्रकार शिरीन की शवयात्रा के दौरान इजराइल पुलिस के रवैये की आलोचना की

  •  
  • Publish Date - May 16, 2022 / 06:51 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:15 PM IST

यरुशलम, 16 मई (एपी) यरुशलम के शीर्ष कैथोलिक पादरी ने अलजजीरा की पत्रकार शिरीन अबू अकलेह के ताबूत ले जाने वालों की पुलिस द्वारा पिटाई की निंदा करते हुए अधिकारियों पर मानवाधिकारों का उल्लंघन करने और कैथोलिक चर्च का अनादर करने का आरोप लगाया।

पादरी पियरबतिस्ता पिज्जाबल्ला ने यरुशलम के सेंट जोसेफ अस्पताल में संवाददाताओं से कहा कि शुक्रवार को अस्पताल से यरुशलम के ओल्ड सिटी में कैथोलिक चर्च की तरफ फलस्तीनी झंडे के साथ जाने वाली हजारों की भीड़ पर कार्रवाई अनुचित थी और पूरी दुनिया ने यह कार्रवाई देखी है।

कब्जे वाले वेस्ट बैंक में गोलीबारी में शिरीन अबू अकलेह की हत्या की दुनिया भर में निंदा हुई है। पिज्जाबल्ला ने संवाददाताओं से कहा कि पुलिस का हमला बुनियादी मानवाधिकारों समेत अंतरराष्ट्रीय नियमों का सरासर उल्लंघन है। उनके बयान पर इजराइल की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

शिरीन के वेस्ट बैंक में मारे जाने की घटना की जांच को लेकर इजराइल और फलस्तीन के बीच विवाद खड़ा हो गया है। उत्तरी वेस्ट बैंक के जेनिन कस्बे में इजराइली सेना की कार्रवाई के दौरान हुई गोलीबारी में बुधवार को शिरीन (25) की मौत हो गई। उस समय वह रिपोर्टिंग के लिए मौके पर मौजूद थीं।

फलस्तीनी-अमेरिकी पत्रकार शिरीन, अरबी भाषा के टीवी चैनल अलजजीरा की एक जानी-मानी संवाददाता थीं। गोली लगने के तुरंत बाद उनकी मौत हो गई थी। घटना के वक्त वह ‘प्रेस’ लिखा हुआ जैकेट भी पहने हुए थीं।

फलस्तीन के अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा है कि शिरीन सेना की गोलीबारी में मारी गईं। इजराइल की सेना ने शुरुआत में फलस्तीनी बंदूकधारियों को गोलीबारी के लिए दोषी ठहराया लेकिन अब वह कह रही है कि किसने गोली चलाई यह स्पष्ट नहीं है।

शवयात्रा में हिंसा को लेकर अमेरिका समेत अन्य देशों और संयुक्त राष्ट्र ने निंदा की है। इजराइल की पुलिस ने दावा किया है कि वे शिरीन के परिवार की सहमति के बाद शवयात्रा की व्यवस्था के लिए राजी हुए थे और ताबूत के साथ भीड़ के यात्रा करने से समझौते का उल्लंघन हुआ और इस दौरान आपत्तिजनक नारेबाजी भी की गई।

हालांकि, शिरीन के भाई एंटोन ने दावों को खारिज कर दिया। उन्होंने सोमवार को कहा कि परिवार से इजराइल पुलिस ने शवयात्रा की व्यवस्था की बात कही थी और पुलिस नहीं चाहती थी कि नारेबाजी हो या लोग झंडा लेकर चले। एंटोन ने कहा, ‘‘यह ऐसी चीज है जिसे हम नियंत्रित नहीं कर सकते।’’

इजराइल पुलिस ने शवयात्रा में शामिल लोगों पर हमला करने वाले अधिकारियों के आचरण की जांच शुरू की है।

गोलीबारी की जांच को लेकर भी इजराइल और फलस्तीन के बीच विवाद खड़ा हो गया है। जांच को लेकर इजराइल और फलस्तीन के बीच विवाद के चलते कई मानवाधिकार समूहों ने भी मामले की जांच स्वयं करने का फैसला किया है।

एपी आशीष नरेश

नरेश