पोलैंड के प्रधानमंत्री ने गर्भपात पर फैसले का बचाव किया, प्रदर्शनों की आलोचना की
पोलैंड के प्रधानमंत्री ने गर्भपात पर फैसले का बचाव किया, प्रदर्शनों की आलोचना की
वारसा, 27 अक्टूबर (एपी) पोलैंड के प्रधानमंत्री ने मंगलवार को देश में गर्भपात कानून को और कठोर किये जाने का बचाव किया और महिला अधिकार संगठनों द्वारा किये जा रहे राष्ट्रव्यापी प्रदर्शनों की निंदा करते हुए कहा कि कोरोना वायरस की वजह से लागू पाबंदियों के बीच यह नहीं होना चाहिए।
प्रधानमंत्री मैटिअस्ज मोरावीकी देश के शीर्ष न्यायालय द्वारा गर्भपात कानून पर गत बृहस्पतिवार को दिए फैसले देने के बाद बीते पांच दिनों से देश भर में हो रहे प्रदर्शनों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। अदालत ने कहा था कि भ्रूण के जन्मजात दोषों के कारण गर्भपात कराना असंवैधानिक है।
महिला अधिकार कार्यकर्ताओं के नेतृत्व में सोमवार को प्रदर्शनकारियों ने अधिकतर शहरों में घटों तक यातायात बाधित रखा और चर्च के बाहर भी इकट्ठा होकर पोलैंड के प्रभावशाली कैथोलिक चर्च के शीर्ष पदस्थ लोगों के लिए अभद्र भाषा में नारेबाजी की। चर्च के शीर्ष पदस्थ अधिकारी गर्भपात की निंदा करते हैं।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि फैसले में महिलाओं के पास विकल्प होना चाहिए।
अदालत के फैसले का बचाव करते हुए रुढ़िवादी सरकार के प्रमुख मोरावीकी ने कहा, “विकल्प की स्वतंत्रता होने के लिये पहले आपका जीवित रहना जरूरी है।”
एपी
प्रशांत माधव
माधव

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