अफगानिस्तान की हालिया घटनाएं आईएसआईएस-के के फिर उठने का संकेत, अमेरिकी हितों पर हमलों की चेतावनी |

अफगानिस्तान की हालिया घटनाएं आईएसआईएस-के के फिर उठने का संकेत, अमेरिकी हितों पर हमलों की चेतावनी

अफगानिस्तान की हालिया घटनाएं आईएसआईएस-के के फिर उठने का संकेत, अमेरिकी हितों पर हमलों की चेतावनी

:   Modified Date:  March 22, 2023 / 04:56 PM IST, Published Date : March 22, 2023/4:56 pm IST

(एंड्रयू माइन्स, जॉर्ज वाशिंगटन विश्वविद्यालय और अमीरा जादून, क्लेमसन विश्वविद्यालय)

वाशिंगटन/क्लेमसन (यूएस), 22 मार्च (द कन्वरसेशन) 2021 में अफगानिस्तान में सत्ता में लौटने के बाद से, तालिबान ने अफगानिस्तान में सक्रिय इस्लामिक स्टेट समूह के आधिकारिक सहयोगी समूह इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत, या आईएसआईएस-के को रोक पाने में मुश्किलों का सामना किया है।

अब, तालिबान के शीर्ष अधिकारियों पर हत्या के प्रयासों की एक ताजा लहर ने देश भर में कई क्षेत्रों को हिलाकर रख दिया है और अमेरिका और पश्चिमी हितों सहित अफगानिस्तान के बाहर महत्वपूर्ण ठिकानों पर हमला करने की समूह की क्षमता को लेकर डर पैदा किया है।

9 मार्च, 2023 को, इस्लामिक स्टेट समूह ने एक आत्मघाती बम विस्फोट की जिम्मेदारी ली, जिसमें उत्तरी अफगानिस्तान में बल्ख प्रांत के तालिबान गवर्नर मोहम्मद दाऊद मुज़म्मिल, दो अन्य लोगों के साथ मारे गए। एक दिन पहले, समूह के लड़ाकों ने अफगानिस्तान के पश्चिमी हेरात प्रांत में जल आपूर्ति विभाग के प्रमुख की हत्या को अंजाम दिया था। और अभी हाल ही में, 15 मार्च को, समूह ने इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत, या आईएसआईएस-के के पूर्व गढ़ नंगरहार के पूर्वी प्रांत में एक तालिबान जिला गवर्नर पर एक असफल हमले का दावा किया।

आईएसआईएस-के का फिर उठना

आईएसआईएस-के इस्लामी कानून की अपनी व्याख्या के आधार पर एक वैश्विक खिलाफत बनाने के इस्लामिक स्टेट समूह के लक्ष्य को आगे बढ़ाना चाहता है।

वर्षों से इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत, या आईएसआईएस-के -का अध्ययन करने वाले विद्वानों के रूप में, हम जानते हैं कि हाल के हमले उन हमलों की लंबी कतार में से कुछ ही हैं जो समूह ने 2015 में गठन के बाद से अफगानिस्तान में किए हैं या प्रयास किए हैं।

आईएसआईएस-के ने सरकार और सैन्य अधिकारियों, मीडिया से जुड़े लोगों, धार्मिक नेताओं और अन्य नागरिक समाज के लोगों को मारने के लिए – अक्सर सफलतापूर्वक – कोशिश की है। पूर्व सरकार के पतन और अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के बाद, अगस्त 2021 में 13 अमेरिकी सैनिकों और बहुत से अफगान नागरिकों की जान लेने वाली बमबारी के लिए भी समूह जिम्मेदार है।

आईएसआईएस-के की कुछ महत्वाकांक्षी साजिशें विफल रही हैं। उल्लेखनीय उदाहरणों में 2017 में नाटो महासचिव जेन स्टोलटेनबर्ग और पूर्व अमेरिकी रक्षा सचिव जेम्स मैटिस, 2018 में अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अब्दुल रशीद दोस्तम, 2020 में अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी और 2021 में काबुल रॉस विल्सन में पूर्व अमेरिकी राजनयिक के खिलाफ हमले के विफल प्रयास के दावे शामिल हैं।

दोनों इस्लामी संगठन होने के बावजूद, आईएसआईएस-के और तालिबान सामरिक प्रतिद्वंद्वी हैं और टकराव पर आमादा हैं जो आईएसआईएस-के की स्थापना के बाद से जारी है।

तालिबान के विभिन्न रक्षा और राजनीतिक ओहदे वाले अधिकारियों की लक्षित हत्याएं आईएसआईएस-के के फिर सक्रिय होने का संकेत देती रही हैं। हाल की हत्याएं समूह की हमले की प्राथमिकताओं का एक सिलसिला मात्र हैं।

हत्याओं का उद्देश्य

हत्याएं इस्लामिक स्टेट समूह के विद्रोह सिद्धांत का एक मूलभूत स्तंभ हैं, जिसे इसके सहयोगियों द्वारा अपनाया गया है और यह कई उद्देश्यों को पूरा करता है।

सबसे पहले तो यह भारी नुकसान का प्रतिकार करने का एक तरीका हैं। हमलों की नवीनतम कड़ी के कुछ दिन पहले, जनवरी और फरवरी में आईएसआईएस-के ने अपनी हिंसा को बढ़ाने की धमकी दी और ऐसा उसने तालिबान के हमलों में इस्लामिक स्टेट के प्रमुख नेताओं और हमले के योजनाकारों के मरने के बाद किया था ।

दूसरा, हत्याएं दुश्मन के प्रमुख नेताओं के सफाए के साथ साथ विदेशी प्रभाव का भी खात्मा कर सकती हैं। इस्लामिक स्टेट समूह के साप्ताहिक समाचार पत्र अल-नबा के नवीनतम अंक में दावा किया गया है कि सरकार मुज़म्मिल नंगरहार में आईएसआईएस-के के खिलाफ तालिबान के अभियान में न केवल एक महत्वपूर्ण भागीदार था, बल्कि वह ईरान की ओर से भी काम कर रहा था।

अफ़गानिस्तान में वास्तविक या कथित विदेशी प्रभाव का मुकाबला करना – यहाँ तक कि अंतर्राष्ट्रीय मानवतावादी समूहों का जीवन रक्षक कार्य – आईएसआईएस-के के प्रचार और हिंसा की एक सतत विशेषता रही है।

इसके अलावा, हाई-प्रोफाइल विरोधियों की हत्या लड़ाकों का मनोबल बढ़ाने, दलबदल को रोकने और भर्ती को बढ़ावा देने का काम करती है। तालिबान के शीर्ष नेताओं और कमांडरों की हत्या करने की क्षमता आईएसआईएस-के की ताकत को दर्शाती है।

अंत में, हाई-प्रोफाइल हमले इस्लामिक स्टेट समूह के इराक और सीरिया में प्रमुख नेतृत्व को संकेत देते हैं कि अफगानिस्तान में इसके सहयोगी निरंतर समर्थन और निवेश के हकदार हैं। आईएसआईएस-के नेताओं ने अक्सर इस्लामिक स्टेट समूह के नेतृत्व को अपनी सफल हत्याओं और अन्य अभियानों की शेखी बघारते हुए पत्र भेजे हैं। अगस्त 2021 में काबुल हवाई अड्डे पर हमले के बाद, आईएसआईएस-के को इस्लामिक स्टेट समूह के शीर्ष नेताओं से धन प्राप्त हुआ – या तो इनाम के रूप में, निवेश के रूप में या दोनों के रूप में।

अमेरिका के लिए नतीजे

आईएसआईएस-के अपने उग्रवाद को फिर से खड़ा करने और इराक और सीरिया में खिलाफत मॉडल की नकल करने में कितना सफल है, यह कई कारकों पर निर्भर करेगा।

सबसे महत्वपूर्ण इसकी रणनीतिक गठजोड़ और प्रतिद्वंद्विता का लाभ उठाने की निरंतर क्षमता है। क्षेत्र में अन्य जिहादी समूहों के साथ साझेदारी करने से आईएसआईएस-के को हिंसा के लिए अपनी क्षमता बनाए रखने में मदद मिलती है। और तालिबान पर चीन, अमेरिका, ईरान, तुर्की और अन्य सहित – ‘‘काफिर’’ या दुश्मन सरकारों से विदेशी निवेश और मानवीय सहायता स्वीकार करने के लिए धर्मत्याग का आरोप लगाना – आईएसआईएस- के को अपने ब्रांड को अपने प्रतिद्वंद्वियों से अलग करने में मदद करता है। ऐसे विरोधियों की लक्षित हत्याएं इस अलहदगी को और पुष्ट करती हैं।

अफगानिस्तान में एक मजबूत आईएसआईएस-के विद्रोह का होना अमेरिका और पश्चिमी सुरक्षा हितों के लिए सीधा खतरा है। फरवरी 2023 की अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट ने आईएसआईएस-के की पश्चिम पर हमला करने की इच्छा के बारे में चेतावनी दी। और 16 मार्च को, यू.एस. सेंटकॉम कमांडर जनरल माइकल कुरिल्ला ने कहा कि आईएसआईएस-के छह महीने से भी कम समय में अफगानिस्तान के बाहर अमेरिकी और पश्चिमी हितों पर हमला करने में सक्षम होगा।

यह आकलन सटीक है या नहीं, आईएसआईएस-के द्वारा हाल ही में दावा की गई हत्याएं कई संकेतकों में से एक हैं जो अफगानिस्तान में इसके बढ़ते खतरे की ओर इशारा करती हैं – एक ऐसा खतरा, जिसका निशाना सिर्फ तालिबान नहीं हो सकता।

द कन्वरसेशन एकता

एकता

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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)