वियतनाम में पर्वतीय दर्रे पर भूस्खलन की चपेट में आई बस, छह यात्रियों की मौत; भारी बारिश जारी

वियतनाम में पर्वतीय दर्रे पर भूस्खलन की चपेट में आई बस, छह यात्रियों की मौत; भारी बारिश जारी

वियतनाम में पर्वतीय दर्रे पर भूस्खलन की चपेट में आई बस, छह यात्रियों की मौत; भारी बारिश जारी
Modified Date: November 17, 2025 / 11:46 am IST
Published Date: November 17, 2025 11:46 am IST

हनोई, 17 नवंबर (एपी) वियतनाम में एक खतरनाक पर्वतीय दर्रे पर भूस्खलन की चपेट में आकर एक बस मलबे में दब गई। इस घटना में छह लोगों की मौत हो गई और 19 अन्य घायल हो गए। मौसम विभाग ने सप्ताह भर भारी बारिश जारी रहने की चेतावनी दी है।

सरकारी मीडिया के अनुसार, रविवार देर रात मध्य पर्वतीय क्षेत्र में खांह ले दर्रे से गुजर रही बस पर अचानक मलबा और पत्थर गिर पड़े। करीब 33 किलोमीटर लंबा यह घुमावदार मार्ग खड़ी पहाड़ियों को काटकर बनाया गया है और पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है, लेकिन बरसात के मौसम में भूस्खलन की घटनाएं आम हैं।

भूस्खलन से बस का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और कई यात्री अंदर फंस गए। भारी बारिश के कारण दर्रे के दोनों ओर भूस्खलन होने से रास्ता बंद हो गया, जिसके चलते बचावकर्मियों को मौके तक पहुंचने में घंटों लग गए। बचाव दल आधी रात के बाद ही बस तक पहुंच सके।

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बस में 32 यात्री सवार थे, जो वियतनाम की आर्थिक राजधानी हो ची मिन्ह सिटी से दा लात होते हुए तटीय शहर न्हा त्रांग जा रहे थे।

घायलों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया। मीडिया के अनुसार, मुश्किल भूभाग के कारण दो शव मलबे में ही फंसे हुए थे।

वियतनाम का मध्य क्षेत्र भारी बारिश से प्रभावित है, जिसे इससे पहले तूफान कलमाएगी ने भी नुकसान पहुंचाया था। बुधवार तक कुछ हिस्सों में 30 से 60 सेंटीमीटर, जबकि कुछ जगहों पर 85 सेंटीमीटर से अधिक बारिश होने की आशंका है।

रविवार को ह्यू शहर के पहाड़ी इलाकों में भीषण बारिश से बाढ़ और भूस्खलन हुआ, जिससे उत्तर से दक्षिण को जोड़ने वाले एक प्रमुख राजमार्ग पर यातायात बाधित हो गया और कई गांवों का संपर्क टूट गया।

वियतनाम दुनिया के सबसे अधिक बाढ़-प्रवण देशों में से एक है, जहां लगभग आधी आबादी उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में रहती है। वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण दक्षिण-पूर्व एशिया में तूफान और बारिश की तीव्रता बढ़ रही है, जिससे बाढ़ और भूस्खलन अधिक विनाशकारी और बार-बार होने लगे हैं।

एपी मनीषा सुरभि

सुरभि


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