संरा सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए भारत-जापान का समर्थन करेगा श्रीलंका: विक्रमसिंघे

संरा सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए भारत-जापान का समर्थन करेगा श्रीलंका: विक्रमसिंघे

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  • Publish Date - September 27, 2022 / 04:15 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:54 PM IST

कोलंबो, 27 सितंबर (भाषा) श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने मंगलवार को कहा कि उनकी सरकार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए भारत-जापान के प्रयास का समर्थन करेगी।

पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो अबे के राजकीय अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति विक्रमसिंघे फिलहाल जापान में हैं। राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि जापान के विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी से मंगलवार को एक मुलाकात के दौरान विक्रमसिंघे ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर श्रीलंका को जापान की ओर से मुहैया कराये गये समर्थन की सराहना की।

विज्ञप्ति के मुताबिक विक्रमसिंघे ने कहा कि उनकी सरकार संयुक्त राष्ट्र (संरा) सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनने के लिये चलाए गए दोनों देशों (भारत-जापान) के अभियान का समर्थन करने की इच्छुक है।

सुरक्षा परिषद में सुधार के लिए वर्षों से चलाए जा रहे प्रयास को लेकर भारत काफी सक्रिय रहा है। भारत का कहना है कि वह सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनने का हकदार है और सुरक्षा परिषद का मौजूदा प्रारूप 21वीं सदी की भू-राजनीतिक वास्तविकता को नहीं दर्शाता।

फिलहाल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पांच स्थायी सदस्य और 10 अस्थायी सदस्य देश हैं। अस्थायी सदस्यों का चयन दो वर्ष की अवधि के लिए संरा महासभा द्वारा किया जाता है।

पांच स्थायी सदस्यों में रूस, ब्रिटेन, चीन, फ्रांस और अमेरिका शामिल हैं और इन देशों के पास वीटो अधिकार होता है, जिससे वह किसी प्रस्ताव को चाहें तो रोक सकते हैं।

सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्यों में फिलहाल भारत भी है, लेकिन इसका कार्यकाल दिसंबर में खत्म हो जाएगा।

भाषा संतोष माधव

माधव